वाह रे! चन्दौली की पुलिस, एक अपराध पर किसी को जेल तो किसी को प्याले की चाय
आखिर पीड़ित किससे करे शिकायत जब अधिकारी ही है मेहरबान
Chandauli news: चन्दौली की पुलिस शायद प्रदेश में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की तरफ अग्रसर है। अपराधियों पर लगाम लगाने की ढोल पीटने वाली पुलिस अपराधियों पर कार्यवाही उनकी हैसियत के हिसाब से कर रही है। तभी तो एक ही तरह के अपराध में किसी को जेल, तो किसी को बकायदे आतिथ्य सत्कार देकर प्याले में चाय पिला रही है। इसके बाद बकायदे उन्हें शुद्ध वाक्य में उनका बयान भी लिखवा कर मामले पर पानी डाल रही है। अब साहब आखिर इतना मेहरबान क्यों। इसकी चर्चा इन दिनों जोर पकड़ा लिया है।
नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपया ऐंठने वालो को पुलिस शिकायत मिलने पर जिले से क्या दूसरे प्रान्त से उठा लाई। एक थानाध्यक्ष ने तो ऐसे ठग को गिरफ्तार करते हुए लाखों रुपये का जेवरात भी बरामद करते हुए जेल का हवा खिला दिए। पुलिस ऐसे जालसाजों पर कार्यवाही कर खूब वाहवाही भी लूटी।
ठगहारों पर पुलिस कार्यवाही कर रही है इस बात की जानाकरी होने के बाद इस जनपद व गैर जनपद के एक दर्जन से अधिक लोंगो को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठने वाले एक महाठग के खिलाफ भी लोंगो ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत किया। जिसमें उन पीड़ितों ने जालसाज को नौकरी के नाम पर पैसा देने, फिर नौकरी न दिला पाने की स्थिति में चेक देने, बैंक से चेक बाउंस होने जैसे तमाम रिकार्ड अपने प्रार्थना पत्र के साथ दिए है। जालसाज के खिलाफ ठोस सबूत होंने के बाद तेज तर्राक एसपी ने इसकी जांच कराकर कार्यवाही करने का ठोस आश्वासन पीड़ितों को दिया। पीड़ितों के प्रार्थना पत्र को एक जिम्मेदार अधिकारी को देकर गम्भीरता से जांच कर कार्यवाही के लिए निर्देशित किये है।
अब इधर जांच अधिकारी जिस साहब को बनाया गया है। उनसे किस बात की घनिष्ठता है यह तो जालसाज व साहब ही जान पाएंगे। हालांकि साहब के घनिष्ठता का ही यह असर है की सके पूर्व भी नगर के ही एक कारोबारी सन्तोष सिंह ने एक शिकायत किया था। जिसमे उन्होंने दुकान का पैसा न देने का आरोप लगाया था। पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच भी सीओ सदर को दी थी।
पीड़ित सन्तोष सिंह ने बताया कि साहब ने कार्यवाही की बजाय पंचायत कराना शुरू कर दिया। जालसाज द्वारा दीपावली के बाद पैसा देने की तिथि निश्चित की गयी। लेकिन अब तक पैसा नही मिला। अभी यह प्रकरण चल ही रहा था कि आधा दर्जन पीड़ितों ने बुधवार को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि नौकरी के नाम पर जालसाज ने उनसे लाखो रुपये लिए लेकिन न तो नौकरी मिली न ही पैसा। यह बात जरूर है कि साहब बकायदे पीड़ित के प्रार्थना पर जालसाज को अपने कार्यालय चाय पिलाने के लिए न्यौता दिए। हालांकि पीड़ित पक्ष से पुलिस अधीक्षक ने एक सप्ताह का समय लिया है।