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आज कटेगा मच्छर तो 15 साल बाद दिखेगा असर-सीएमओ

फाइलेरिया मुक्त हो चुका है जनपद का बरहनी ब्लॉक

Chandauli news . फाइलेरिया मच्छर के काटने से होता है, लेकिन यह तत्काल मच्छर के काटने पर नही बल्कि एक बार काट लिया तो इसका असर 15 साल बाद दिखता है। इसलिए एक वर्ष से लेकर 60 साल तक के लोंगो को वर्ष में एक बार फाइलेरिया की दवा अवश्य खानी चाहिए। उक्त बातें शुक्रवार को राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला में सीएमओ डॉ  वाइ के राय ने दिया।  

कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ युगल किशोर राय ने कहा कि किसी भी संदेश को जनमानस तक पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका होती है। इसी उद्देश्य से आईडीए राउंड को लेकर मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए 10 अगस्त से 28 अगस्त तक आईडीए राउंड संचालित किया जाएगा। यह अभियान बरहनी को छोड़कर जनपद के शेष आठ ब्लॉक व शहरी क्षेत्र में चलाया जाएगा। बरहनी ब्लॉक में पिछले दिनों ट्रांसमिशन असेस्मेंट सर्वे (टास) किया गया था जिसमें एक प्रतिशत से कम माइक्रो फाइलेरिया दर देखने को मिली जिसके बाद इस ब्लॉक को फाइलेरिया मुक्त घोषित कर दिया गया है। 

  चंदौली, नियमताबाद को भी उन्मूलन की ओर ले जाया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि आईडीए राउंड में जनपद के तहत जिले की करीब 19.40 लाख आबादी को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी। ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने समक्ष दवाखिलाएँगे। सभी दवाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। यह दवाएं उम्र और ऊंचाई के अनुसार खिलाई जाएंगी। दवाएं खाली पेट नहीं खानी है। एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमारव्यक्तियों को दवानहीं खानी है। इस दवा के साल में एक बार और पाँच साल लगातार सेवन करने से हम फाइलेरिया से सुरक्षित हो सकते हैं।सीएमओ ने मीडिया बंधुओं के माध्यम से जनमानस से अपील की कि डरेंनहीं,फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन जरूर करें। दवा खाने के बाद किसी भी प्रकार की समस्या आने पर विभाग ने रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी)तैयार की है जो प्रतिकूल प्रभाव का प्रबंधन व उपचार करेगी।

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) पीके शुक्ला ने कहा कि आईडीए अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में लगभग 1600 टीमें तैयार की गई हैं जो घर-घर जाकर दवा खिलाने का कार्य करेंगी। पर्यवेक्षण के लिए करीब 300 सुपरवाइज़र तैनात किए गए हैं। 

 सहायक मलेरिया अधिकारी (एएमओ) राजीव सिंह एवं मलेरिया निरीक्षक दीप्ति शर्मा ने फाइलेरिया बीमारी के कारण, प्रसार और रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पीसीआई संस्था से डीएमसी नर्मदा सिंह ने फाइलेरिया के प्रचार-प्रसार व सामुदायिक स्तरीय गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभाग जैसे शिक्षा, खाद्य व आपूर्ति, आईसीडीएस, आजीविका मिशन आदि के साथ जन जागरूक गतिविधियां की जा रही हैं। इस दौरान मृदुला, मनोज श्रीवास्तव सहित अन्य उपस्थित रहे।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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