1600₹ प्रति बोरी डीएपी बेच रहे है निजी दुकानदार
मंगलवार से जिले में 2000 मीट्रिक टन खाद की पहुंचेगी रैक
Chandauli news: गेंहू की बुआई के लिए किसानों को उर्बरक की आवश्यकता है। जबकि सरकारी गोदामों से उर्बरक पूरी तरह गायब हो गयी है। ऐसे में निजी दुकानों की चांदी कट रही है। 1350₹ बोरी में बिकने वाली डीएपी निजी दुकानदार 1600₹ में बेच रहे है। जिसकी शिकायत लगातार जिलाधिकारी तक पहुंच रही है।
खाद के कीमत में मुनाफाखोरी को रोकने के लिए जिला कृषि अधिकारी को जिलाधिकारी ने जमकर फटकार लगाते हुए मुनाफाखोरी में नियंत्रण करने का निर्देश दिया है। जिसपर शनिवार को जिला कृषि अधिकारी विनोद यादव ने आधा दर्जन दुकानों पर अपनी टीम के साथ छापेमारी किया। इसमें जिन दुकानों पर उर्बरक की उपलब्धता थी वहां पर सकलडीहा स्टेशन पहुंची टीम को देखकर अपर कृषि अधिकारी को देख दुकान बन्द कर भागने पर न्यू जन सेवा खाद भंडार सकलडीहा स्टेशन का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से हुआ निलंबित कर दिया गया।
जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि जनपद को दो दिन के अंदर इफको की 1660mt डीएपी और 440MT NPS प्राप्त हो जाएगी जो पीसीएफ के माध्यम से वितरित की जाएगी। निरीक्षण के समय किसान सेवा घर नौबतपुर का भौतिक स्टॉक और पास मशीन के स्टॉक में भिन्नता मिली। सदगुरु खाद भंडार मझवार का उर्वरक वितरण पंजिका पर फर्जी किसान के नाम से खाद बेचे जाने का जिक्र किया गया था। जिसके कारण दुकानदार के लाइसेंस को निलंबित कर दिया।