
डीडीओ के अतिरिक्त चार्ज पर है पी.ड़ी.
Chandauli news: सरकारी मुलाजिम जन सेवक होते है। यह बात शासन द्वारा लगातार कहा जा रहा है। जनता के साथ इनका सरल व्यवहार करने के लिए भले ही मुख्यमंत्री लगातार दिशा निर्देश दे रहे है। लेकिन जनपद के अधिकारियों पर उनके दिशा निर्देश का कोई असर नही है। जनपद में तैनात अधिकारी एक तो लेट लतीफी से अपने दफ्तर पहुंचते है। उसके बाद फरियादियों की भीड़ देखकर उनपर ही भड़क जा रहे हैं।

सोमवार को जिला विकास अधिकारी कार्यालय जनसूचना अधिकारी अधिनियम 2005 के तहत जन सूचना मांगने गए एक फरियादी के साथ डीडीओ का अतिरिक्त प्रभार देख परियोजना निदेशक ने बदसलूकी किया। पीड़ित ने इसकी शिकायत मानवाधिकार और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया है।

पीड़ित शिवमंगल चौहान ग्राम नेगुरा विकास खण्ड सदर ने गांव के विकास कार्य में हुए भ्रस्टाचार का खुलासा करने के लिए जनसूचना के तहत जानकरी मांगी थी। जिसके लिए वह सोमवार को विकास भवन के जिला विकास कार्यालय गए थे। जहां अतिरिक्त प्रभार देख रहे परियोजना निदेशक डीडीओ के कुर्सी पर बिराजमान थे। कार्यालय में जाने से पहले दरवाजे पर तैनात उनके अर्दली से उसने पूछकर शिवमंगल अंदर घुसे थे। जहां साहब किसी फाइल पर आपसी तालमेल बैठाने में मशगूल थे। यह देखकर वह कुर्सी पर बैठ गए।
शिवमंगल ने आरोप लगाया कि फाइलों के तालमेल का गुणा गणित शायद दरवाजे के बाहर आ जाय और भ्रष्टाचार का पोल खुल जाय यह बात उनको काफी नागवार लगी। उन्होंने न केवल बदसलूकी किया बल्कि कार्यालय से बाहर भी भगाया। जनपद स्तरीय अधिकारी के बदसलूकी की शिकायत पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर किया है।