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सीएफओ, सीएमओ मेहरबान, बिना कागज के दे दिया लाइसेंस

बिना नक्शा के बना है सूर्या अस्पताल का अवैध ईमारत

Chandauli news: जिला मुख्यालय पर बना सूर्या हॉस्पिटल बिना मानक अधिकारियों का कृपापात्र बना हुआ है। यह अस्पताल 30 अप्रैल से 05 जून तक पूर्ण रूप से अवैध था। कारण की पिछले दो वर्षों से चल रहा यह अस्पताल बिना मानक के ही संचालित हो रहा है। लेकिन सीएमओ व सीएफओ दोनों अधिकारी इस कदर मेहरबान हो गए कि बिना मानक व गुणवत्ता की जांच किये बगैर बस हॉस्पिटल को खोलने की अनुमति दे दिया।

Allso reed:https://newsplace.in/08/06/2023/why-the-rules-and-regulations-of-the-health-department-are-failing-in-the-case-of-surya-hospital/ सूर्या हॉस्पिटल के मामले में क्यो फेल हो जा रहा स्वास्थ्य विभाग का नियम कानून।

विभागीय सूत्रों की माने तो 30 अप्रैल को सूर्या हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन फेल गया था। लेकिन यह अस्पताल बिना लाइसेंस रिनुअल कराये फल फूल रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब इस अस्पताल में।हाईकोर्ट के शासकीय अधिवक्ता आशीष नागवंशी के छोटे भाई की पत्नी को ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जिसकी चिकित्सको की लापरवाही से रास्ते मे मौत हो गयी थी। इस बात को लेकर जब आशीष नागवंशी मोर्चा खोला तब अब परत दर परत पोल खुल रहे है।

Allso reed:https://newsplace.in/09/06/2023/criminal-investigation-started-against-surya-hospital-operator/ अस्पताल संचालक के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू

अस्पताल बिना मानक के ही ट्रामा सेंटर के रूप में संचालित है। इसके साथ ही अस्पताल के भवन का नक्शा जिला पंचायत से पास नही है। बाबजूद इसके फायर विभाग से यह एनओसी प्राप्त कर चुका है। जबकि अग्निशमन से एनओसी लेने के लिए कई बिंदु की जानकारी उपलब्ध करानी होती है। नक्शा सबसे महत्वपूर्ण विंदु है। बड़े बड़े महानगरो में अब तक आलीशान बिल्डिंगों पर बुलडोजर चलाये गए है। उसमें इस नक्शे का ही सहारा लिया गया है। कहीं इस अस्पताल के विशाल इमारत पर भी यह कार्यवाही न हो जाय इसके लिए नक्शा पास कराने की होड़ मची है। सूत्रों की माने तो जिलापंचायत कार्यालय में पिछले सप्ताह पूर्व बाकायदा इसके लिए आवेदन किया गया है। हालांकि शासन सत्ता के वरिष्ठ नेता ने विशेष रूप से आश्वस्त किया है कि बुलडोजर यहाँ तक नही पहुंचने दिया जाएगा। इसके लिए जिलापंचायत के उस प्रावधान का प्रयोग किया जाएगा। जिसमे बिलम्ब शुल्क के साथ नक्शा पास करने का प्रावधान है।

इधर मेहरबान सीएफओ व सीएमओ ने पूरी मानक को ताख पर रखते हुए। सूर्या हास्पिटल के 24 मई के आवेदन पर तत्काल फुर्ती दिखाते हुए 05 जून के दिन अस्पताल के लाइसेंस को रिनुअल कर दिया।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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