
जिलाधिकारी ने सकलडीहा के कानूनगो जितेंद्र प्रताप को किया सस्पेंड
वरासत की पत्रावली बेवजह खारिज करने की शिकायत पर हुई कार्यवाही
तहसील दिवस में डीएम से पीड़ित पक्ष ने किया था शिकायत, तहसीलदार को मिली थी जांच
Chandauli news: सकलडीहा में अभी दो लेखपालों के निलंबित होने का मामला तूल पकड़ा था। तब तक जिलाधिकारी निखिल टी फुन्डे ने एक राजस्व निरीक्षक( Revenu Inspector) को अनियमितता के आरोप में निलंबित (suspended) कर दिया। जिलाधिकारी की कार्यवाही से एक बार फिर हड़कम्प मचा हुआ है।

सकलडीहा तहसील में शनिवार को तहसील पर फरियाद सुनने आये जिलाधिकारी निखिल टी फुन्डे के सामने एक पीड़ित अपने प्रार्थना पत्र संख्या 20241419600992004499 को जिलाधिकारी के सम्मुख रखा। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसके पिता की मृत्यु के बाद जमीन का वरासत होना है। जिसकी आख्या लेखपाल द्वारा लगाया गया है। लेकिन राजस्व निरीक्षक( कानूनगो) जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा बिना कॉटन बताए लेखपाल के रिपोर्ट को निरस्त कर दिए। जिससे वरासत कार्य लटक गया। पीड़ित के तहरीर पर जिलाधिकारी ने जब राजस्व निरीक्षक के खिलाफ लगे आरोप के विषय में जब पूछताछ के लिए मौके पर कानूनगो जितेंद्र प्रताप को बुलाया तो बहाने बाजी करने लगे।
जिसकी जांच जिलाधिकारी ने तहसीलदार को सौंपते हुए आख्या मांगी। तहसीलदार के जांच में कानूनगो की भूमिका संदिग्ध मिला। जिस वरासत को खारिज किया गया था उसे खारिज करने का कोई प्रमाण नही दिया गया था। तहसीलदार के रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने कानूनगो जितेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित करने की सन्तुति कर दी।
अभी कुछ दिन पूर्व में दो लेखपाल को सरकारी कार्य में अनियमितता पर कार्यवाही करते हुए निलंबित किया गया है। जिसके विरोध में लेखपाल संघ ने तीन दिन तक धरना प्रदर्शन किया।