वाह रे! सीएमओ साहब की माया, एक पर मुकदमा, दूसरे पर दिखाया अपनी छाया

सूर्या के सहयोगी शिवांश डायग्नोस्टिक पर दर्ज हुआ मुकदमा
Chandauali news: फर्जी डायग्नोस्टिक सेंटर चलाने के आरोप में सूर्या हॉस्पिटल के सहयोगी शिवांश डायग्नोस्टिक को पिछले दिन सीज किया गया। जिसके बाद मंगलवार को सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। यह मुकदमा पीएचसी पर तैनात प्रभारी के तहरीर पर मेडिकल काउंसिल अधिनियम के तहत धारा 15\2 बी के तहत दर्ज हुआ।

सूर्या हॉस्पिटल व शिवांश डायग्नोस्टिक के खिलाफ हाईकोर्ट के शासकीय अधिवक्ता आशीष नागवंशी ने अपने छोटे भाई की पत्नी की मौत होने पर मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सीएमओ, डीएम व एसपी को पत्राचार कर जांच का मांग किया। मामला तूल पकड़ता गया। पांच सदस्यीय टीम हॉस्पिटल व डायग्नोस्टिक सेंटर का जांच शुरू कर दी। जिसमे यह पाया गया कि हॉस्पिटल व डायग्नोस्टिक सेंटर दोनों फर्जी ढंग से संचालित है। डायग्नोस्टिक का तो पिछले कई वर्ष से लाइसेंस का नवीनीकरण ही नही हुआ है। सूत्रों की माने तो विभाग डायग्नोस्टिक व हॉस्पिटल पर अपने जांच की आंच तेज शुरू किया। इसके बाद तो फिर मामले का लीपापोती शुरू हो गया। विभागीय सूत्र की माने तो एक मोटी रकम पर डील फिक्स हुआ। लेकिन इस डील पर भी एक शर्त अस्पताल संचालक व सीएमओ के बीच तय हुआ।

जिसमें सीएमओ ने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में क्लीन चिट नही दिया जा सकता। हालांकि जांच की आंच को धीरे कर दिया जाएगा। जिसका असर धीरे धीरे दिख रहा है। फर्जी डायग्नोस्टिक सेंटर के आरोप में शिवांश डायग्नोस्टिक को सीज करते हुए उसपर मुकदमा दर्ज कराया गया। जबकि 31 अप्रैल से 05 मई तक बिना लाइसेंस के अस्पताल सन्चालन करने वाले सूर्या हॉस्पिटल पर अपनी छाया सीएमओ साहब बनाये हुए है।
क्या कहते है अधिकारी: इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि पीएचसी सदर प्रभारी के प्रार्थना पत्र पर 15\2बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।