
पूर्व बीएसए व ठेकेदार के बीच लेन देन का बात हुआ वायरल
पूर्व बीएसए ने कहा एनआई से आवाज क्लोन कर बनाया गया ऑडियो
Chandauli news: बेसिक विभाग का भ्रस्टाचार से काफी गहरा नाता है। कभी गाड़ी के नाम पर तो कभी बिल्डिंग के नाम पर पैसा लिया जाता है। यही नहीं कर्मचारियों की छुट्टी हो या फिर वेतन रुकने पर चालू कराना हो बिना पैसा के कोई काम नही हो सकता। विभाग में भ्रस्टाचार का बोलबाला इस कदर रहा कि साहब खुद ही सीधी डीलिंग करने लगे। अपने नाम पर तो ठीक अब जिलाधिकारी भी इस कमींशन खोरी में बराबर के हिस्सेदार है। इसका भी जिक्र करते हुए कमीशन का पूरा पैसा मांग रहे है। ठेकेदार से लेन देन का सीधी वार्ता का ऑडियो वायरल हो गया।

विद्यालयों में फर्नीचर की सप्लाई के लिए टेंडर हुआ था। इसके बाद सप्लाई हुआ लगभग 2 करोड़ रुपये का बिल भुगतान के लिए लगा। करोड़ों के बिल में लाखों का कमीशन बन रहा। अब डीलिंग बाबू बिना कमीशन लिए पत्रावली आगे कहा बढाने वाला। लगभग 17 लाख रुपया कमीशन विभागीय अधिकारी व बाबू मिलकर तय किये। उधर ठेकेदार जीएसटी वगैरह काट कर कमीशन की राशि 07 लाख कर दिया। क्योंकि उसमें लेखा का भी कमीशन था। पैसे के लेन देन में झोल होने लगा। इसके बाद बाबुओं ने मामले सीधे साहब और ठेकेदार के बीच करा दिया।

अब साहब अपने कमीशन में भारी कटौती होता देख भड़क गए। उन्होंने ठेकेदार से कहा कि कमीशन में डीएम की हिस्सेदारी बराबर की होती है। पत्रावली ठंडे बस्ते में चली गयी थी। ब्यक्तिगत बातचीत पर मामला सेट हुआ है। साहब के बातचीत का ऑडियो लगभग छह माह पूर्व का है। अब वह गोरखपुर डायट पर स्थानांतरित होकर चले गए है।