
पकी फसल को जल्दी समेटने के लिए आयी मशीन बनी मुसीबत
Chandauli news: जी तोड़ मेहनत कर फसल को पैदा किया। जब फसल के घर आने की उम्मीद जगी। तो आग ने तबाह कर दिया। जल्दी से अपने फसल को घर में रखने के लिए जिस मशीन। को मंगाकर फसल की कटाई शुरू की। वही मशीन किसानों के लिए कहर बन गयी।
गुरुवार को बरहनी क्षेत्र के एक दर्जन गांव के पकी गेहूं फसल में रैपर(भूंसा बनाने वाली मशीन) व हार्वेस्टर से निकली चिंगारी ने तबाही मचा दिया। जमुड़ा में भूंसा बना रही रैपर से निकली चिंगारी ने इस कदर तबाही मचाया कि एक दर्जन गांव के दर्जनों किसानों की फसल देखते ही देखगे जल कर खाक हो गयी। यह आग जमुड़ा से भहरुईया, घोसवां, औरैया, परशुरामपुर तक तबाही मचाया। आग के चपेट में आने से 215 एकड़ फसल जलकर खाक हो गयी।
वहीं ओयरचक में गेहूं की कटाई कर रही हारवेस्टर से निकली चिंगारी ने खड़ी फसल में आग पकड़ ली। दोपहर में आग लगने के साथ साथ तेज हवाओं के थपेड़ों ने आग को और भी बल दे दिया। आग की ऊंची लपटें इस कदर पूरे सिवान में फैल रही थी जैसे मानों पूरी धरती के फसल को अपने बाहों में समेटने को आतुर थी। दोपहर में लगी आग ने इस कदर तबाही मचाया की उसकी लपटे और आग से जल रही फसल की आवाज 2-3 किमी दूर तक सुनाई दे रही थी। दोनों सिवान में अलग अलग आग के चपेट में आने से जगमोहन उपाध्याय, श्री मोहन, रामचन्द्र उपाध्याय, संकठा, रविन्द्र, सन्तोष उपाध्यक्ष, शिवाजी सिंह,प्रदीप सिंह,नन्दा कुशवाहा, छोटेलाल खरवार, भानू खरवार, बन्धु सिंह,नथुनी, ककरैत के गुड्डू राय, नन्द कुमार, भोला राय, मुनिन्द्र राय, भरत बिंद, मिथिलेश आदि की फसल जलकर राख हो गया।