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बीएसए विभाग का भ्रस्टाचार:  पार्ट 1

कागजों पर दौड़ रहीं गाड़ियां, 1 करोड़ 42 लाख 84 हजार हुआ भुगतान

Chandauli news: besic shiksha:” कहानी क्या कहूँ इस देश के भ्रस्टाचार की, ये तो उत्पत्ति हैं प्रलोभन के दूषित विचार की” किसी शायर की यह लाइन जिले के एक ऐसे विभाग पर सटीक बैठ रही है। जिनके उपर देश के भावी भविष्य को शिक्षित करने की जिम्मेदारी है।  लेकिन विडम्बना है कि भ्रस्टाचार का बोलबाला इस विभाग को अपने चंगुल में फांस लिया है। 

मामला बेसिक शिक्षा विभाग का है। जहां  अधिकारियों की चिन्दी चोरी उजागर हुई है। यहां एक दो लाख लाख नही बल्कि 1 करोड़ 42 लाख 84 हजार रुपया से ऊपर का घालमेल सामने आया है। हुआ यह कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालय का निरीक्षण करने के लिए टारगेट निर्धारित कर दिया। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी के अलावा समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी व लेखाधिकारी ,जिला समन्यवय के लिए गाड़ी उपलब्ध कराया।

गाड़ी पीपीपी मॉडल पर उपलब्ध कराने के लिए दिशा निर्देश जारी हुआ। जिसके तहत समस्त जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा  टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कराया गया। मेयर्स राहुल ट्रैवेल्स सरकारी मानक को पूर्ण करते हुए  कागजात जमा कर दिया। जिसका टेंडर कार्य पूर्ण हो गया।

सूत्रों की माने तो  जब मानक के अनुरूप वाहन उपलब्ध कराना हुआ तो ट्रैवेल्स एजेंसी का मालिक कन्नी काटने लगा। बिना मानक के एक वाहन एक दो दिनों के लिए खड़ा कराया गया। लेकिन इसके बाद विभागीय गुणा गणित ऐसा सेट हुआ कि उसके बाद गाड़ियां कागज पर दौड़ती रही। उधर विभाग पेमेंट करता रहा।

चार वर्ष में बिना गाड़ी चले ही बेसिक विभाग ने 1 करोड़ 42 लाख 84 हजार का भुगतान कर दिया। हालांकि खण्ड शिक्षा अधिकरियों कागजी पेट भरने के लिए हर माह खण्ड शिक्षा अधिकारी बीआरसी से विद्यालय, विद्यालय से बेसिक कार्यालय, जिलाधिकारी बैठक तक का लॉगबुक भरते रहे। एजेंसी का भुगतान होने बाद पैसे का बंटवारा शुरू हो गया। स्थित यह हो गयी कि कागज पर दौड़ रही थी गाड़ियां। अधिकारियों के जेब होते रहे गर्म। बेसिक शिक्षा अधिकारी के यहां जो वाहन सम्बद्ध है वह मानक के विपरीत बिना टैक्सी नम्बर की गाड़ी लगी है

नौ ब्लाक में 12 गाड़ियां स्वीकृत:

शासन ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के अलावा जनपद के 09 बीइओ, लेखाधिकारी बेसिक व जिला समन्वयक सहित कुल 12 गड़िया सम्बद्ध करना है। जिसका भुगतान खण्ड शिक्षा अधिकारी के लिए 30000 व जिला बेसिक शिक्षाधिकारी व बेसिक लेखाधिकारी के वाहन के 36000₹ प्रतिमाह भुगतान होना है। हालांकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में खण्ड शिक्षा अधिकारी के वाहन का 29760₹ प्रतिमाह व बीएसए व एएओ के वाहन का 35950₹ भुगतान हो रहा है।

आगे पढ़ें.. एक गाड़ी एफसीएल व बेसिक में कैसे उपलब्ध…  news place पार्ट- 2

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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