
तलाक के लिए तलवार खींच चुके 13 परिवारों ने फिर से एक साथ रहने को हुए तैयार
Chandauli news:रास्ट्रीय मेगा लोक अदालत में एक दिन में 72980 वादकारियों को न्याय मिल गया। जबकि इस न्याय के लिए वर्षों से अधिवक्ताओ व न्यायालय का चक्कर लगाने को फरियादी विवश हो गए थे। जिसका निस्तारण रविवार को अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्दौली सुनील कुमार चतुर्थ द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके शुभारम्भ किया गया।

जनपद न्यायाधीश सुनील कुमार चतुर्थ द्वारा कुल 08 इजरा वादों का निस्तारण किया गया । पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना अधिकरण नरेन्द्र कुमार झा, द्वारा कुल 06 एम.ए.सी.टी. वादों का निस्तारण कर रूपये 1880000/- का समझौता राशि जमा कराया गया। प्रधान न्यायाधीश / परिवार न्यायालय राकेश धर दुबे द्वारा, कुल 38 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें 13 जोड़े साथ भेजे गये तथा समझौता राशि रूपया 2947000 जमा कराया।अपर जनपद न्यायाधीश चन्दौली डा० (श्रीमती) जया पाठक, द्वारा कुल 08 वादों का निस्तारण किया गया। राजेन्द्र प्रसाद, अपर जनपद न्यायाधीश/ विशेष पाक्सो एक्ट द्वारा कुल 09 विद्युत वादों तथा 01 क्रिमिनल वाद निस्तारित कर रूपया 500 जुर्माना वसूल किया गया।
अपर जनपद न्यायाधीश/ एफ० टी० सी० प्रथम, श्री श्यामबाबू द्वारा कुल वादों 07 वादों का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक कुमार मिश्रा, द्वारा कुल 40 फौजदारी वाद का निस्तारण कर रुपया 21200 जुर्माना वसूल किया गया एवं कुल 473 ई-चलान वाद का निस्तारण कर रुपया 333800 जुर्माना वसूल किया गया। सिविल जज (सीनियर डिविजन) संदीप कुमार द्वारा कुल 1341 फौजदारी वाद का निस्तारण कर रुपया 304800 / -जुर्माना वसूल किया गया एवं कुल 151 ई-चालान वाद का निस्तारण कर रुपया 47360 /- जुर्माना वसूल किया गया। तथा 21 उत्तराधिकार वादों का निस्तारण कर रुपया 6710413 /- का उत्तराधिकार प्रमाण जारी किया। सिविल जज (सीनियर डिवीजन/एफ.टी.सी.) श्री विकास वर्मा द्वारा कुल 02 सिविल वाद एवं कुल 1998 ई-चालान वादों का निस्तारण कर रुपया 210300 /- जुर्माना वसूल किया गया । न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री इन्दुरानी, द्वारा 15 वादों का निस्तारण कर रु० 5000 /- जुर्माना वसूल किया गया एवं कुल 1867 ई-चलान वाद का निस्तारण कर रुपया 19500 /- जुर्माना वसूल किया गया, सिविल जज (जू०डि०)/एफ०टी०सी० प्रथम माधुरी यादव, द्वारा कुल 951 वादों का निस्तारण कर कुल रुपया 13300 /- जुर्माना वसूल किया गया,
सिविल जज (जू0 डि0)/ एफ०टी०सी० द्वितीय चन्दौली, नूतन द्वारा कुल 693 वादों का निस्तारण कर रुपया 2000/- जुर्माना वसूल किया गया ,अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन) चकिया अमृतांशु राज द्वारा कुल 703 वादों का निस्तारण कर रुपया 108000 /- जुर्माना वसूल किया गया। 543 ऋण खातों का निस्तारण कर रूपया 50869000/ – का समझौता किया गया एवं रूपया 25144000 / नकद वसूला गया