
दिल्ली में घुटन से हुए कई छात्रों के मौत के बाद प्रशासन ने देखा डिजिटल लाइब्रेरी का हाल
मानक को ताक पर रख गाड़ी पार्किग वाले एरिया को बना दिया लाइब्रेरी
आपात स्थिति से निपटने का नही मिला कोई संसाधन
Chandauli news: दिल्ली के किसी डिजिटल लाइब्रेरी में दम घुटने से छात्रों की मौत के बाद स्थानीय प्रशासन सख्ती दिखाई है। गुरुवार को एसडीएम सकलडीहा ने धनापुर के डिजिटल लाइब्रेरी में छापा मारा। जहां मानक के विपरीत स्थिति देख भड़क उठे। उन्होंने तत्काल लाइब्रेरी संचालक को नोटिस जारी कर दिया।

डिजिटल युग में बिना कपि किताब के गूगल के सहारे इस समय प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी करने का दौर शुरू हो गया है। इसके लिए अब डिजिटल लाइब्रेरी खुलने लगे है। जहां हर ब्यक्ति का अपना केबिन होगा। वहां अपने मोबाईल फोन से लाइब्रेरी के वाई फाई के तेज रफ्तार स्पीड से पढ़ाई आज किया जा रहा।

आधुनिक युग में अब डिजिटल लाइब्रेरी की प्रचलनइस क़दर बढ़ गयी है कि इसका ब्यवसायिक करण हो गया। मानक को ताक पर रख डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना शुरू हो गयी। छात्र छात्राएं भी भी पहुंच कर तैयारी में लग गए है। लेकिन इन लाइब्रेरी सेंटरों का सरकारी रिकार्ड कहीं नही है। न तो कही रजिस्ट्रेशन है ना ही फायर की एनओसी। स्थानीय स्तर पर भी आपात स्थिति से निपटने का कोई संसाधन नही है।
गुरुवार को एसडीएम के छपेमारी से धानापुर के डिजिटल लाइब्रेरी की पोल खुल गयी। गाड़ी खड़ा करने के लिए बने भूतल में डिजिटल लाइबेरी खुली मिली। इस लाइब्रेरी का कही भी रजिस्ट्रेशन नही है। आग से निपटने के लिए कोई ब्यवस्था नही मिली। आपात काल की स्थिति के दौरान जल्दी निकल जाए उसके लिए exit गेट नही बनाया गया था, जबकि भूसे की तरह लोग भरे पड़े थे।
इन लाइब्रेरी में मिली कमी , जारी हुआ नोटिस
एसडीएम सकलडीहा अनुपम मिश्रा धानापुर के अशोक डिजिटल लाइब्रेरी,आलोक लाइब्रेरी, बाबा कीनाराम लाइब्रेरी व डिजटल लाइब्रेरी का निरीक्षण किया जहां मानक का नामो निशान नही मिला। ऐसे में सभी संचालको को नोटिस पकड़ा दिए।