
अलीनगर पुलिस ने 7 बोरी में पकड़ा 30 पेटी शराब
Chandauli news: बिहार में ऊंचे कीमत पर शराब की बिक्री के लिए शराब तश्कर के मिली भगत से आधा दर्जन दुकानदार अपने दुकान के शराब को बिहार बेचने के लिए भेजते है। शराब तश्कर विभिन्न माध्यमों से शराब को ठिकाने तक पहुंचाते हैं। इसमें चाहे यार्ड में खड़ी मालगाड़ी हो या फिर पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेन चाहे बिहार को जाने वाली बसें। इन सभी के माध्यम से तश्करी आसानी से कर लेते है।

इसी क्रम में अलीनगर ने पुलिस सवारी बस से शराब तश्करी करने का मामला रविवार को पकड़ा। पुलिस को जांच में बस से 7 बोरी शराब मिली है। जिसमें लगभग 40 पेटी शराब होने की उम्मीद लगायी जा रही है। जिसकी कीमत 2 लाख 65 हजार के आसपास है।
पुलिस को बिहार में शराब जाने की सूचना पहले से थी। इसी क्रम में रविवार को मुखबीर ने बताया कि बस से शराब बिहार जाने वाली है। इसके बाद गोधना मोड़ के समीप वाराणसी से बिहार जाने वाली बस का जांच पड़ताल शुरू कर दिया। अचानक बिहार जाने वाली बसों में जांच पड़ताल की जानकारी होने पर बिहार जा रही बस नं0 UP 65BT 2525 का ड्राइबर बस रोककर भाग गया। ड्राइवर को भागते देख दो और उसमें से निकल कर भागने लगे। जिसे पुलिस पकड़ ली। दोनो व्यक्तियो से भागने का कारण पूछा गया तो दोनो व्यक्तियो द्वारा बताया कि पारचून का सामान रखा है । वहीं उसके साथ बोरियो में शराब भी रखी है जिसे हम लेकर बिहार जा रहे थे।
पुलिस पकड़ में आये भगवान सिंह यादव पुत्र भोला सिंह यादव निवासी ग्राम रतवार बिहार, दूसरा आरोपी पण्डित बिहान कश्यप पुत्र वीर बहादुर शर्मा निवासी भोजपुर बिहार के है। इन सभी के आधार पर जब बस का जांच काराय तो आया तो इसमें 7 सफेद बोरियो में अंग्रेजी शराब पायी गयी। 06 बोरियो में 29 पेटी अंग्रेजी शराब व एक बोरी में रायल स्टैग की 750 एमएल की 10 बोतल तथा 350 एमएल की 20 बोतल पायी गयी
पकड़ गये अभियुक्तो ने बताया गया कि शराब को राम नगर व टेंगरा मोड़ के बीच सेल्समैन व ठेकेदारो द्वारा बस में लदवाया जाता था । हम लोग अक्सर पारचून की सामान की आड़ में बस मालिक की सहमति से सेल्समैन व ठेकेदार से मिलकर शराब को बस में छिपाकर ले जाते है । पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया व बस को सीज कर दिया।