
निजी वाहन का हो रहा व्यावसायिक उपयोग कर टैक्स में चोरी
Chandauli news: जब खुद वरिष्ठ अधिकारी नियमों को तार तार कर अपने पद प्रतिष्ठा के बल पर गलत गैरकानूनी कार्य करे। लेकिन दूसरे को नियम कानून का पाठ पढ़ाये तो उसका कितना असर होगा इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस समय जनपद में कुछ ऐसी ही स्थिति है। परिवहन विभाग का दावा है कि निजी वाहनों का कामर्सियल प्रयोग नही होने दिया जाएगा। लेकिन उनके इस दावे का हवा जनपद के उच्चाधिकारी निकाल रहे है। मानक को ताख पर रख निजी वाहनों का व्यावसायिक के रूप में उपयोग कर रहे है। अब जब बड़े साहब ही जिस वाहन में बैठें हो फिर क्या मजाल जो परिवहन अधिकारी उस गाड़ी को हाथ भी दे दें।
जनपद के अतिरिक्त प्रभार आये परिवहन अधिकारी राम सिंह के उपर भदोही व चन्दौली के एआरटीओ की जिम्मेदारी है। उन्होंने जनपद के अतिरिक्त प्रभार का चार्ज लेते ही यह संदेश दिया कि निजी वाहनों का प्रयोग निजी कार्य के लिए जाएगा। कामर्शियल प्रयोग के लिए वाहन का परमिट रजिस्ट्रेशन जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसे वाहन जिसका उपयोग ब्यवसायिक होता हुआ पकड़ा गया तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। लेकिन एआरटीओ महोदय का यह अभियान सम्भवतःसामान्य लोंगो के लिए है।
जनपद के अधिकांश कार्यालयों में आज कल जैम पोर्टल के तहत वाहनों की ब्यवस्था करनी है। लेकिन जिले एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपने सेवानिवृत्त होने से चंद दिन पहले मानक को ताक पर रख एक प्राइवेट वाहन को अपने साधन के रूप में अटैच कर लिया। जबकि वाहनों को सम्बद्ध करने पूर्व बाकायदा निविदा के माध्यम से सूचित किया जाना चाहिए। सूत्रों की मानें तो साहब को इतनी जल्दबाजी थी कि वाहन आस पास के जिले में उपलब्ध नही थी। लेकिन वाहन स्वामी झारखंड से गाड़ी खरीद कर ले आए। इसके बाद कोटेशन के आधार पर वाहन को सम्बद्ध कर लिया गया।
क्या कहते है अधिकारी : इस सम्बंध में एआरटीओ राम सिंह का कहना है निजी वाहन को ब्यवसायिक रूप में प्रयोग हो रहा है। यह नियमतः गलत है। जबकि बिना परमिट नम्बर के जैम पोर्टल पर अनुमति भी नही मिल सकती है।