साहब का ट्रांसफर क्या रुका, खुल गए दोनों हाथ

फाइलें तभी बढ़ेंगी जब ₹ 5000 का चढ़ेगा भेंट
Chandauli news: जनपद में एक वरिष्ठ अधिकारी के भ्रस्टाचार का बोलबाला है। कारण की शासन ने ऐसे भ्रस्ट अधिकारी का स्थानांतरण तो किया लेकिन वर्षो से जमें पड़े इस अधिकारी ने कुर्सी पर कैसे बना रहना है, इसकी ट्रेनिंग अपने पूर्ववर्ती अधिकारी से ले चुके है। ट्रेनिंग से पारंगत हो चुके इस अधिकारी ने उस दांव पेंच का प्रयोग किया। जिनमें सफलता मिल गयी। साहब का स्थानान्तरण क्या रुका परिणाम हुआ कि साहब ने अपना दोनों हाथ खोल दिया।

पहले जहां भ्रस्टाचार उजागर होने पर ट्रांसफर व कार्यवाही का एक मन में डर बना हुआ था। इसके कारण केवल एक हाथ से ही बटोर रहे थे। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद तो मानो मुंह मांगा वरदान मिल गया। अब तो तीन माह तक के लिए पूरी तरह से जीवनदान दान पाए साहब ने अपनी दोनों हाथ खोल दिया है। ट्रांसफर व कार्यवाही से बेखौफ साहब ने अब रेट निर्धारित कर दिया है। बिना उक्त चढ़ावे के कोई भी फाइल आगे के अधिकारियों के टेबल तक नही पहुंच सकती।
सूत्रों की माने तो अपने इस कार्य में एओ विकास को पार्टनर बनाये है। किसी भी विभाग की फाइल तभी आगे जाएगी जब एओ विकास इसपर आख्या देंगे। यह आख्या तब तक नही लगेगा जब तक निर्धारित ₹ 5000 पहुंच नही जाएगा।
ऐसे हो रहा खेल:
सूत्रों का कहना है किसी भी विभाग के कराये गए कार्य में होने वाले खर्च का भुगतान जिलाधिकारी की अनुमति से होता है। जिलाधिकारी तक वह फाइल पहुंच पाए इसके लिए कई चरण से गुजरता है। लेकिन जिलाधिकारी तक वह फाइल तभी पहुंचेगी जब उसके पूर्व के अधिकारी का निश्चित धनराशि जमा कर लेंगे। यही नही इस समय मार्च का महीना है जो बजट सत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। शासन से मिले मद का इस बजट माह में विभिन्न मद का भुगतान करना होता है। ऐसे में इन फाइलों को अग्रसारित करने के नाम पर जमकर वसूली हो रही है। कुछ लोंगो ने बताया कि ₹5000 की निश्चित धनराशि से कम कार्यालय में नही ली जाती। होली से पूर्व कुछ ऐसी स्थिति आयी थी। कुछ विभाग द्वारा भुगतान के लिए फाइल पर अनुमति मांगी थी। लेकिन फाइल के साथ पैसा नही गया इसलिए उनमें से अधिकांश के फाइल को दराज में ही बंद कर दिया।