सीओ को ब्यवहारिक समस्या सेअवगत कराते हुए सिपाही ने छुट्टी के लिए किया आवेदन
Chadanuali news: पुलिस विभाग अपने आप में एक अनुशासित विभाग माना जाता है। यहां अनुशासन के नाम पर इस कदर बांध दिया गया है कि अपना ब्यक्तिगत जीवन भी सीनियर अधिकारियों के हिसाब से जीना पड़ जाता है।
सामान्य परिवेश व शासनादेश की बात करें तो पुलिस कर्मियों के पास 30 छुट्टी जिसे (सीएल) कहा जाता है यह कभी और किसी वक्त पूरे वर्ष में ले सकते है। जबकि इसके बाद मेडिकल वगैरह की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन यह सब उनका अधिकार तभी उनके काम आएगा जब उनके अधिकारी उनपर मेहरबान होंगे। अन्यथा प्रार्थना पत्र के साथ पीला कार्ड (विभागीय छुट्टी) लेके ऑफिस तक टहलते रह जाएंगे। लेकिन निश्चित समय पर छुट्टी नही मिल सकती। बिना छुट्टी के कहीं चले गए तो एक दर्जन जांच का सामना करना पड़ सकता है। विभाग में छुट्टी निश्चित समय पर मिल जाएगी इस बात का हमेशा भय बना रहता है। जिसके कारण 24 घण्टे का सफर होने के बाद भी यह अपना रिजर्वेशन नही कराते। ट्रेन में टीटी से सांठगांठ या फिर अपनी वर्दी पहनकर यात्रा करते है।
जरूरी नही की छुट्टी मांग रहे तो साहब दे देंगे इस बात की भय से एक सिपाही ने सीओ को जीवन के व्यवहारिक कठिनाईयों से अवगत कराते हुए छुट्टी का प्रार्थना पत्र दिया है। मामला फतेहगढ़ सदर का है। जहां एक सिपाही जो फरुखाबाद का है वह अपने शादी के लिए लड़की देखने जाने के लिए सीओ से छुट्टी का दरख्वास किया। जिसमें उसने लिखा कि तीन वर्ष विभाग में भर्ती हुए हो गया। लेकिन शादी के लिए बहुत कम रिश्ते आये। बहुत मुश्किल से एक रिश्ता आया है। जिसे फाइनल करने के लिए जाना आवश्यक है। उसके छुट्टी के रिकॉर्ड को देखा गया जिसमें सीएल 09, ईएल निल व एमएल अब तक नहीं लिया था। जिसके बाद सीओ ने पांच दिन की छुट्टी संस्तुत की है।