ठग के प्रति पुलिस की सहानुभूति बन सकती है मुसीबत
Chandauli news: नौकरी दिलाने के नाम पर निगम के एक बाबू ने लाखों रुपये का हेराफेरी किया। उसके खिलाफ जब पीड़ितों ने शिकायत किया तो पुलिस जांच के नाम पर पीड़ितों को आश्वासन की घुट्टी पिलानी शुरू कर दी। दूसरी तरफ आरोपी को बकायदे कार्यालय में बैठाकर आतिथ्य सत्कार किया जाने लगा। पीड़ितों को लगातार समय पर समय देकर टरकाया जाने लगा है। पुलिस का महाठग के प्रति यह सहानुभूति उनके लिए मुसीबत बनने वाली है।
सोमवार को गोरखपुर जिले के एक थाने पर तैनात दिवान ने भी पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार से मिलकर उसने भी नौकरी के नाम पर पैसा लेने का आरोप लगाया। इसके पूर्व एक दर्जन से अधिक पीड़ितों ने इस तरह की शिकायत कर चुके है। जिसकी जांच पुलिस अधीक्षक ने सीओ सदर को सौंपा है।
विभगीय कर्मी के शिकायती पत्र को भी पुलिस अधीक्षक ने सीओ सदर को जांच करने के लिए सौंप दिया। जिसपर एक सप्ताह का समय दिया। इधर पूर्व में प्रार्थना पत्र दिए पीड़ित एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद कार्यवाही की स्थिति जानने के लिए पीड़ित भी पुनः सम्बंधित अधिकारी के यहां पहुंच गए थे। लेकिन वही कोरा अस्वासन देकर उन्हें लौटाया दिया गया। पूर्व के पीड़ित व सोमवार को गोरखपुर से अवकाश लेकर शिकायत करने पहुंचे दीवान की मुलाकात हो गयी। जिसके बाद पुलिस की निष्क्रियता को देखते हुए इस सभी ने गोरखपुर मुख्यमंत्री जनता दर्शन में मिलकर शिकायत करने की योजना बनाये।
पीड़ित दीवान ने कहा कि एसपी साहब ने एक सप्ताह का समय दिया है। कोई ठोस कार्यवाही नही होगी तो वह अपने यहां के एसपी से अनुमति लेकर इस सम्बंध में मुख्यमंत्री जनता दर्शन में गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे।