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एक जिला, एक अपराध और एक अधिकारी… किसी को सजा तो किसी पर मेहरबानी

सकलडीहा में 05 हॉस्पिटल सीज, मुकदमा दर्ज, 05 गिरफ्तार

Chandauli news: जिले के स्वास्थ्य महकमा की कार्यप्रणाली इन दिनों चर्चा में है। कारण की जनपद में संचालित 263 अस्पतालों में से अधिकांश इन दिनों फर्जी अस्पताल की की श्रेणी में आ गए है। इन अस्पतालों के जांच पड़ताल को कार्यवाही विभाग द्वारा की जा रही है। लेकिन विभागीय अधिकारी अपने जांच की आंच को उसके वजन के हिसाब से तेज और धीमा कर रहे है।

जिला मुख्यालय पर संचालित सेंटर

मंगलवार को अपर सीएमओ जो लगभग 15 वर्ष से इस जिले में अपनी सेवा देने के साथ साथ स्वास्थ्य का ब्यापार भी कर रहे है। विभगीय सूत्रों की माने तो खुद का साहब निजी चिकित्सालय मुगलसराय में चलाते है। इधर निजी अस्पतालों की मान्यता इनकी संस्तुति पर ही मिलती है।

अप्रैल माह तक निजी चिकित्सालयों को लाइसेन्स दिया जाता है। जिसका प्रतिवर्ष नवीनीकरण कराना होता है। अब जिले के सभी निजी चिकित्सालयों का लाइसेंस नवीनीकरण के अभाव में फर्जी हो गया। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही शुरू की है। सकलडीहा में 04 निजी चिकित्सालय व 01 डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापेमारी किये । जहाँ 04 हॉस्पिटल ऐसे मिले जो अपने लाइसेंस की फाइल पर कई ऐसी जटिल रोगों के ईलाज की सुविधा देने का हवाला दिया था। जिससे अस्पताल कर्मियों को खुद ही नही पता। इस तरह के बोर्ड लगाकर गरीब व बेबस लोंगो को लूटने के आरोप में एसीएमओ ने चार अस्पताल को सीज कर दिया। इसके साथ ही डायग्नोस्टिक सेंटर में भी काफी अनियमितता मिलने पर सीज किया गया।

जिन आरोप पर इन अस्पतालों को सीज करने में तेजी दिखायी गयी। उससे ज्यादा गम्भीर आरोप जिलामुख्यालय के सूर्या हॉस्पिटल पर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ने लगाया है। जहाँ ट्रामा सेंटर का बोर्ड लगाकर मरीजों का शोषण करने का कार्य होता है। इसके साथ ही शिवांश डायग्नोस्टिक के खिलाफ गलत रिपोर्ट देने व बिना लाइसेंस के संचालित होने का शिकायत किये है। उधर स्वास्थ्य विभाग इन लोंगो की फाइन निकालकर उनकी कुंडली खंगाल लिया है। जिसमें सूर्या अस्पताल ट्रामा सेंटर का मानक पूरा नही कर रहा। इनके साथ ही अन्य कई विंदु है जिसपर जांच चल रहा है। लेकिन यह जांच तेजी नही पकड़ पा रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो शिवांश डायग्नोस्टिक का लाइसेंस समाप्त हो चुका है। केवल अल्ट्रासाउंड का मान्यता अभी वैध है। इसके बाद भी यह बिना किसी रोक टोक के अपने सेंटरो को चला रहे है।

क्या कहते है जिम्मेदार: इस सम्बंध में जब सीएमओ डॉ वाई के राय से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूर्या अस्पताल के खिलाफ की गई शिकायत की जांच अलग अलग विशेषज्ञों द्वारा की जा रही है। जल्द ही कारवाही की जाएगी।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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