जीपीएस से मालिक ने ट्रक को जेवरियाबाद में किया लॉक
चन्दौली। गाजीपुर की पुलिस का कारनामा विभाग को किरिकिरी कर दिया। थाना प्रभारी के पैसे की भूख इस कदर बढ़ी की वह अपने जिले के बॉर्डर की तो दूर दो जिले तक पहुंच गए। यहाँ से अपने कारनामे को अंजाम देकर लौट रही थी कि मालिक की सक्रियता ने उन सभी के होश उड़ा दिए। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को हुई तो तत्काल निलंबित कर दिया।
गाजीपुर जिले के सुहवल थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह अपने एक एसआई, दिवान और तीन सिंपाही को प्राइवेट ड्रेस में लेकर निजी वाहन से मछली के ट्रक को पकड़ने के लिए डाफी तक चले गए। वहाँ से यह लोग ट्रक को लेकर सैयदराजा के रास्ते गाजीपुर जा रहे थे। इसकी जानकारी ट्रक मालिक को हुआ। उसने तत्काल अपने ट्रक को लॉक कर दिया। इसके बाद इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस के साथ साथ पुलिस अधीक्षक को दिया। सैयदराजा थाने के संजय सिंह मौके पर पहुंच गए। मामला जानने के बाद पुलिस ने एसपी को बताया। एसपी अंकुर अग्रवाल जहाँ ने एसपी गाजीपुर को बताया। मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी ने इस सभी को निलंबित कर दिया है।
चन्दौली पुलिस पहले कर चुकी है कारनामा
गाजीपुर पुलिस की तरह यहाँ की पुलिस पहले मछली ब्यापारी से इस तरह की घटना कर चुकी है। इसकी जानकारी होने पर एसपी अंकुर अग्रवाल ने एक दरोगा को जेल भेज दिया था। रविवार को जेवरिया गांव में ट्रक खड़ी होने पर एक बार चर्चा शुरू हो गया। इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि ट्रक चोरी की जानकारी व्यापारी ने डायल 112 पर दिया था। मौके पर पुलिस पहुंची तो गाजीपुर की पुलिस मुखबीर की सूचना पर गाड़ी पकड़ने की बात बताया। जिसे एसपी गाजीपुर को अवगत करा दिया गया ।