आजमगढ़ की पुलिस ने सरगना सदस्यों के साथ पकड़ा
Chandauli news: आजमगढ़ की शहर कोतवाली व मुबारकपुर की पुलिस ने अलग अलग स्थान से सोशल मीडिया के माध्यम से खुद को उपनिरीक्षक (sub inspector) बताकर शादी डॉट कॉम पर नौकरी वाली लड़कियों को फंसाने व उनसे पैसा लेकर भागने वाले एक अंतर्जनपदीय सरगना का भंडाफोड़ करते हुए चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जीवनसाथी डॉट कॉम, इंस्ट्रग्राम जैसे सोशल नेटवर्किंग साइटों के माध्यम से एक युवक खुद को सब इंस्पेक्टर बता कर दोस्ती करता था। उसके बाद उन सभी से मां के बीमार होने अन्य किसी दोस्त के नाम पर ऑनलाइन पैसा मंगाकर साइड को बन्द कर देते थे। पुलिस को सूचना मिली कि बलिया की तरफ से फर्जी उपनिरीक्षक जिले में आने वाला है। इस सूचना पर मुबारकपुर पुलिस व शहर कोतवाली पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी कर फर्जी एसआई की तलाश में जुट गई। मुबारक पुलिस ने एक गाड़ी को रोका। जिसमें पुलिस की वर्दी में सब इंस्पेक्टर धीरज सिंह पुत्र प्रवीन सिंह निवासी दुधैला थाना सहतवार जनपद बलिया बैठा था। पुलिस ने जब पूछताछ शुरू किया तो वह ईधर उधर की बातें करने लगा। इसपर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने गाड़ी चला रहा सहयोगी पंकज सिंह पुत्र बृजेश सिंह निवासी नौकागांव थाना रेवती जिला बलिया के साथ थाने ले आयी। वहीं शहर कोतवाली पुलिस ने भी दो संदिग्ध को पकड़ा। इन सभी ने फर्जी एसआई धीरज सिंह का नाम बताकर धौंस देने लगे। तब तक फर्जी दरोगा के विषय मे सब जानकारी मिल गयी थी। पकड़े गए संदिग्ध राजेश पुत्र पवन सिंह निवासी श्रीनगर थाना बैरिया, व प्रवीण प्रताप सिंह पुत्र महेश्वर सिंह निवासी नौकागाँव थाना रेवती जनपद बलिया को गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी से जब पुलिस पूछताछ की तो फर्जी एसआई धीरज ने बताया कि वह शादी डॉट कॉम पर वर्दी वाली फोटो लगाकर लड़कियों को फंसाने के काम करता था। इसके बाद जब उनके चंगुल में लड़की फंस जाती थी तो उनसे मां के बीमार होने, दोस्त के एक्सीडेंट होने आदि का बहाना बनाकर ऑनलाइन पैसा मंगाते थे । इसके बाद कुछ दिन बाद अपनी आईडी बन्द कर देते थे। इसके उपर प्रयागराज व लखनऊ जैसे बड़े शहरों में भी मुकदमे दर्ज हैं।