लोकसभा के शिवपुर विधान सभा से ताल्लुक
Chandauli news: समाजवादी पार्टी ने सपा से वीरेंद्र सिंह को चन्दौली लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। वीरेंद्र के बहाने सपा राजपूत वोट में सेंधमारी कर भाजपा की बाजी पलटने के लिए सतरंज की चाल चली है। वीरेंद्र सिंह के प्रत्याशी घोषित होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गयी। हलांकि सपा के अंदरखाने में खुशी दिख नही रही है।
पीडीए गठबन्धन में अभी सीट बंटवारे की बात चल रही थी। राहुल गांधी के न्याय यात्रा में भी अखिलेश यादव शामिल नही हुए थे। उन्होंने इस बात की ट्वीट करके उन्होंने खुद इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अभी सीट बंटवारे की बात नही बनी है। जब बात बन जाएगी तो वह उनके न्याय यात्रा में शामिल होंगे। अभी इस बात की चर्चा चल रही थी कि अचानक सपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी हो गयी। इसमें चन्दौली से चिरईगांव निवासी वीरेंद्र सिंह को प्रत्याशी घोषित किया गया। जबकि सपा से प्रत्याशियों की दावेदारी में मनोज सिंह डब्लू व रामकिशुन दौड़ में आगे थे।
उधर भाजपा अपने पार्टी के मनमुटाव को दूर करते हुए साधना सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाकर डॉक्टर महेन्द्रनाथ पांडेय का राह आसान करने में लगी थी। तब तक भाजपा राजनैतिक चाल पर नहले पर दहला देकर राजनीतिक भूचाल ला दिया।
लोकसभा के चिरईगांव से आते है वीरेंद्र: पिछले लोकसभा चुनाव में सपा ने गाजीपुर के संजय चौहान को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया था। वह भी नामांकन से एक सप्ताह पूर्व प्रत्याशी घोषित किया था। स्थिति यह हो गयी कि मोदी लहर से दूसरी पाली में डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय को लगभग 7 हजार वोट से विजय मिली थी। उसमें शिवपुर अजगरा विधानसभा ने जीत का सेहरा बांधा था। लेकिन इस बार अधिसूचना से पहले ही उम्मीदवार घोषित कर इस चुनाव पर मजबूत पकड़ बनाना।चाहती है।
2 बार विधायक के साथ साथ सभी पार्टी का अनुभव: वीरेंद्र सिंह 1996 में चिरईगांव विधान सभा जो अब शिवपुर में विलय हो गया है। इस विधान सभा से कांग्रेस के विधायक रहे। इसके बाद 2003 में चिरईगांव के उपचुनाव में बसपा की सीट से विधायक हुए। इसके बाद इन्होंने समाजवादी पार्टी का हाथ पकड़ लिया। 2012 में फिर कांग्रेस में चले गए। 2017 में फिर से बसपा में वापसी हुई। इसके बाद फिर से समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। जिसके बाद सपा ने नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया।