सदर नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर टिकट बंटवारे से कुंठित है वैश्य समाज
Election news desk chadauli: बड़ी कहावत है’ आन का आटा आन का घी, भोग लगावे बाबा जी’ यह लाइने बीते विधानसभा चुनाव(vidhan sabha chunav) में सटीक बैठ गयी थी। जब सामाजिक संगठन जो कि एक ड्रेस में रहते हुए पूरी तरह से राजनीतिक दल है। उसके एक परदेसी भाई के विशेष सौजन्य से सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक का टिकट रमेश जायसवाल को मिल गया था।
Allso reed: https://newsplace.in/20/04/2023/school-opening-hours-changed/विद्यालय खुलने का बदला समय
अब चूंकि भाजपा(bjp) के सर्व समाज के नारे, सबका साथ सबका विकास के नारे से लोग आकर्षित थे। इससे वह कहावत भी बैठ गई “बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा”। विधायक बनने के लिए बिना किसी प्रयास के पूरी मलाई की हांडी सीधे गोद में आ गई। सबका साथ सबका विकास गया तेल लेने।
अब जीतने के बाद केवल एक सूत्रीय कार्यक्रम शुरू हो गया। अपनों का साथ स्वयं का विकास यह सुख के दिन बिना किसी रोक-टोक पूरे जलवे और तेवर के साथ गुजर ही रहे थे, इसी बीच नगर निकाय (nagar nikay) का चुनाव आ गया । अब यह चुनाव(election) निकाय के लिए घोषित प्रत्याशियों के परीक्षा का कम विधायक के परीक्षा का ज्यादा है।
अब जमीन खसकती नजर आ रही है। आने वाले दिनों में कोई भी विपरीतस्थिति से बचने के लिए सर्व समाज को नहीं केवल वैश्य समाज को पार्टी के प्रति आकर्षित किया जा रहा है। बकायदा नगर के चंद्र लोगों को जुटाकर पार्टी के प्रति वफादारी के नाटक का मंचन किया गया। वास्तविकता और नाटक में अंतर होता है । इससे नाटक का जो वीडियो वायरल हुआ उसमें ही अधिकांश उन वाक्यों को नहीं दोहरा रहे है। जिसके लिए विधायक ने नाटक की रूपरेखा रखी थी।