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चोरी की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के साथ पुलिस का मुठभेड़

पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार

Chandauli news: चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के लिए किरकिरी बनने वाले गिरोह का  भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया है। पुलिस को देखकर यह सब फायर झोंक दिया था। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। जिसमें से एक को गोली लगी है। जिसे जिलाचिकित्सालय ईलाज के लोए भर्ती कराया गया है।

मुख्यालय स्थित कस्बा चौकी के समीप राजेश सेठ के दुकान से लेकर बलुआ के मोहरगंज, बलुआ बाजार सहित सेफ स्थानों पर चोरी की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का पहचान सीसीटीवी से हो चुका था। इन सभी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने एसओजी और बलुआ पुलिस को लगाया था। यह सभी किराए के मकान में रहकर इस तरह की घटना को अंजाम देते थे। हलांकि इनकी पहचान के लिए पुलिस ने अलग अलग थाना क्षेत्र में ऐसे बंजारे टाइप के लोंगो का सत्यापन करायी थी।

पुलिस के सक्रियता के बाद अब यह सभी जिले को छोड़कर दूसरा ठिकाना खोज लिए थे। सूत्रों की माने सोमवार की रात्रि यह सभी ठिकाना बदलने वाले थे। जिसकी भनक एसओजी को लग गयी। सर्विलांस व एसओजी की पुलिस को बलुआ के मथेला में इन सभी के होने की सूचना मिली। जिसके बाद पहुंची टीम ने आधा दर्जन लोंगो को घेराबंदी कर पकड़ा। पुलिस से घिरता देख एक ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। पुलिस जब तक जबाबी फायर करती इसके पहले चार से पांच की संख्या में भागने में सफल रहे। जबकि तीन ने पुलिस से मोर्चा लिया। इसमें पुलिस के असलहे से निकली गोली ने एक को घायल किया। इसके बाद इन सभी का बल टूट गया। जिसके बाद बाप बेटा व चाचा  सुनील पुत्र धारा सिंह, खेम सिंह और धारा सिंह को गिरफ्तार किया।

पुलिस के पूछताछ में घायल चोर का नाम धारा सिंह है। तीनों बदायूं जिले के कादर चौक थाना के भोजपुर गांव के निवासी है। इनके पास से 3 किलो 728 ग्राम चांदी, चोरी में प्रयुक्त प्रयुक्त उपकरण, दो अदद तमंचा 315 बोर, दो कारतूस 315 बोर व खोखा 315 बोर बरामद किया।

टीम में महिला भी शामिल:

चोरी की घटनाओं के बाद जब सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाला तो चोरी के अलग अलग घटनाओं में लगभग चेहरा एक सामने आया। इसमें महिलाओं की सगभगिता भी है। दो से तीन घटनाओं के फुटेज का जब अवलोकन किया गया तब घटना स्थानीय चोरों से हटकर मिला। इसके बाद पुलिस बावरिया गिरोह के हिसाब से इसमें लगी थी। पिछले वर्ष भी एक दर्जन से आशिक की संख्या में बावरिया गिरोह पुलिस के मुठभेड़ में पकड़े गए थे।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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