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Chandauli news: कैसे सुधरेगा कुपोषण- पार्ट 2

खा गयी राशन पी गयीं तेल, ये देखिए लालती का खेल

गर्भवती को बांटने की बजाय ब्यापारी को बेचती है आगनबाड़ी कार्यकत्री

Chandauli news: कुपोषण मुक्त भारत की कल्पना को पलीता लगाने में यहां की आगनबाड़ी कार्यकत्री लगी है। स्वस्थ्य शिशु पैदा होने जच्चा बच्चा दोनों तन्दरुस्त हो इसके लिए सरकार करोड़ो रुपया प्रति माह केवल पुष्टाहार भोजन व चिकित्सा पर खर्च कर रही है। लेकिन इसका लाभ लाभार्थी को कम जिनके कंधे पर इसकी जिम्मेदारी दी गयी है वह लाल हो रहे हैं।

बच्चा स्वस्थ्य हो, गर्भवती महिलाओं को पूरे टीके समय पर लगे। प्रसव पूर्व देखभाल की जिम्मेदारी गया तेल लेने। यह जरूर है कि इनके नाम पर आने वाले पुष्टाहार पर इनकी बाज की नजरें जरूर रहती है। कुछ इस तरह की शिकायत सकलडीहा विक्स खंड के भोजापुर आगनबाड़ी केंद्रों पर देखने को मिली है। जहाँ आगनबाड़ी कार्यकत्री लालती देवी रविवार को बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बांटने के लिए रखे पुष्टाहार को ब्यापारी के हाथों बेच दी। जिसका फ़ोटो ग्रामीणों ने खींच लिया।

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उक्त आगनबाड़ी कार्यकत्री पर आरोप है कि यह शिशु, गर्भवती व धात्री महिलाओं को पुष्टाहार बांटने की बजाय बेच देती है। महिला लाभार्थी उर्मिला, मालती, दासी व रीता ने बताया कि दो तीन माह राशन देती है। उसमें भी कभी दलिया तो कभी तेल गायब कर देती है। पूछे जाने पर मुख्यालय से ही न मिलने का बहाना बना देती है। इसे लेकर कई बार विरोध भी हुआ। जिसमें यह लड़ाई पर आमादा हो जाती है। इन महिलाओं ने सीडीपीओ पर भी आरोप लगाते हुए बतायीं की वहाँ भी कई बार शिकायत किया गया। लेकिन कोई अधिकारी देखने तक कि जहमत नही उठाया। रविवार को कई माह का जुटाया राशन एक ब्यापारी को सेंटर पर ही बेच दी। जिसका फोटो ग्रामीण ने खींच लिया। इसकी जानकारी होने के बाद आगनबाड़ी कार्यकत्री हलकान परेशान हो गयी।

प्रतिमाह 4.34कुंतल राशन का हो रहा घालमेल

भोजापुर में तीन आगनबाड़ी कार्यकत्री है। जिसमें 0-3 वर्ष के 149 बच्चें है, 03-06 वर्ष के 121 बच्चे जबकि गर्भवती व धात्री मिलाकर इनकी संख्या 56 है। इन लाभार्थियों के पुष्टाहार को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आगनबाड़ी कार्यकत्री को उपलब्ध कराया जाता है। इनके साथ कि उन सहायता समूह कब देखरेख में वितरण करने का दिशा निर्देश है। लेकिन मानक को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से आश अधूरा पुष्टाहार देकर और सब पचा लिया जाता है।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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