उत्तर प्रदेशक्राइमचंदौलीवाराणसी

ब्यापारी के गुमशुदगी से लेकर जेल तक का सफर…. पार्ट 14

पहले पड़ोसी से फिर पुलिस से किया हाथापाई, 14 दिन के लिए हो गयी जेल

Chandauli news: सकलडीहा का चर्चित! रहस्यमय गुमशुदा ब्यापारी सुमित रस्तोगी व उसके छोटे भाई शिवम रस्तोगी उर्फ गोलू को सकलडीहा पुलिस ने लगभग 6 माह बाद जेल भेज दिया। सकलडीहा एसडीएम ने मंगलवार को जमानत याचिका खारिज करते हुए दोनों भाईयों के साथ उसके पड़ोसी को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।

फोटो: आरक्षियों द्वारा दी गयी तहरीर पर लिखी एफआईआर कॉपी

अप्रैल माह में रात्रि के नौ बजे ब्यापारी के भाई ने कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। जिसके बाद पुलिस हलकान हो गयी थी। एक सप्ताह तक पुलिस गुमशुदगी मानकर खोजबीन कर रही थी। यहां लेकिन अचानक 01 बजे रात्रि में बबुरी थाना के विरान स्थान पर सड़क पर टहलते मिला था। पुलिस के मुताबिक इस रहस्यमय गुमशुदगी का पर्दाफाश करते हुए जेल भेजने की तैयारी कर रही थी। तब तक लंबी बीमारी का मेडिकल दे दिया गया।

इस छह माह में पुलिस भी बहुत पीछे नही पड़ी। जिसका दुष्परिणाम रहा कि दिन प्रतिदिन मनोबल में बढोत्तरी होती गयी। गुमशुदगी के समय परिजनों ने जिन जिन को टारगेट किया था उन लोंगो की संलिप्तता पुलिस को इस घटना में नही मिली थी। लेकिन इधर पुलिस के मौन हो जाने से अपने बिछाए जाल में नाकाम ब्यापारी खुद उन लोंगो से सीधा मुठभेड़ लेना शुरू किया। दुकान व चौराहे पर खड़ा होकर आए दिन गाली देना शुरू कर दिया। हर किसी ने उसके इस ब्यवहार पर चुप्पी साध लिया।

लोंगो के चुप्पी और पुलिस के शिथिलता से इस कदर इसके मनोबल में बढोत्तरी हुआ कि सरेराह सुमित रस्तोगी ने अपने पड़ोसी को चप्पल से पीट दिया। दयकन में चढ़कर मारपीट किया। इसके बाद जब पीड़ित थाने पहुंच कर शिकायत किया तो मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों से दोनों भाइयों ने मिलकर मारपीट किया। इसके बाद कोतवाली पहुंचे पुलिसकर्मियों ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद भी इन मनबढ़ों पर कोई असर नही हुआ। पब्लिक के हाथ पुलिस कर्मियों के पीटे जाने की जानकारी जब वरिष्ठ अधिकारियों को हुई तब थाने की पूरी फौज ब्यापारी के दरवाजे पहुंची। जहां पुलिसकर्मियों को देख पूरा परिवार मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। यहां तक तो पुलिस बर्दाश्त करती रही। कस्बा के लोग हतप्रभ होकर तमाशा देख रहे थे। उसने इंस्पेक्टर को सरेराह गाली देना शुरू किया। इसके बाद तो पुलिस आक्रामक हो गयी।

सीओ सकलडीहा ने मोर्चा संभालते हुए दोनों भाइयों को गिरफ्तार करने के लिए कहा। दर्जनों की संख्या में मूकदर्शक बनी पुलिस फिर तो दोनों भाइयों को टांग ले गयी। मंगलवार को एसडीएम के यहां जमानत के लिए भेजा गया। जहाँ से एसडीएम मनोज पाठक ने जमानत खारिज कर 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।

आगे पढ़ें आखिर गुमशुदगी के समय धरने पर बैठे ब्यापारियों ने गिरफ्तारी के समय क्या दी प्रतिक्रिया…… पार्ट 15

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page