
इंस्पेक्टर साहब को करना पड़ता है मैनेज, इसलिए 10 हजार के कम नही- राजेश
Chandauli news: प्रदेश के बार्डर का थाना सैयदराजा के नौबतपुर से उत्तर प्रदेश में प्रवेश होता है। प्रदेश में प्रवेश लेने के लिए यहां बकायदा चढ़ावा चढाना पड़ता है। चढ़ावे की धनराशि के लिए बाकायदा यहां नामित सदस्य है। जिनके द्वरा यह तय किया जाता है कि चढ़ावे की राशि क्या होगी।कुछ इस तरह का एक ऑडियो शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसका संज्ञान लेते एसपी ने हेड कांस्टेबल को नौगढ़ के चकरघट्टा भेज दिए।
Allso reed: शादी के बाद भी लड़की की नही छुटी आशिकी, पति ने करा दिया प्रेमी से शादी
सैयदराजा, मुगलसराय, अलीनगर जिले का ऐसा थाना है।जहाँ पोस्टिंग के बाद मालामाल बनते देर नही लगती। इन थानों पर पोस्टिंग के लिए बकायदे मंत्री स्तर की पैरवी लगती है। इसमे भी सैयदराजा एक ऐसा थाना है जहां पोस्टिंग होते ही मालामाल बनते देर नही लगती। इसके लिए बकायदे थाना से पिकेट ड्यूटी लगती है। इसके अलावा एक मात्र ऐसा थाना है जहाँ कारखासों की अच्छी खासी फौज है। शोसल मीडिया पर एक राजेश नाम के सिपाही का ऑडियो वायरल हो रहा है। जो बिहार से आने वाली ट्रकों को उत्तर प्रदेश में प्रवेश के लिए 10 हजार रुपया लेता है। जो गाड़ी यह धनराशि नही देती उन्हें जांच के नाम पर सीज कर दिया जाता है। बकायदे गाड़ी पास कराने वाले से उक्त सिपाही का मोलचाल का ऑडियो वायरल हो रहा है। ऑडियो वायरल होते ही मामले को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने उक्त सिपाही को चकरघट्टा भेज दिए।

पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि ऑडियो की जांच कराई गई। जिसमें राजेश नाम का हेडकांस्टेबल है। जिसको वसूली के आरोप में चकरघट्टा ट्रांसफर किया गया है। इसके पूर्व 55 लोंगो का ट्रांसफर किया गया था। अभी जिन लोंगो ने आदेश का पालन नही किया उनपर सीधी कारवाही की जाएगी।
जांच में मिली सत्यता तो हेडकांस्टेबल जाएगा जेल?: वायरल ऑडियो का जांच सदर सीओ को दी गयी है। इनकी जांच में सत्यता मिली तो सिपाही को जेल भेजेंगे पुलिस अधीक्षक या फिर मामला रफा दफा हो जाता है। आखिर इस वसूली मामले में जांच कितनी निष्पक्ष होगी यह यक्ष प्रश्न है। क्योंकि जनपद का यह एक मात्र पहला थाना है जहाँ तीन तीन इंस्पेक्टर नियुक्त है। यहां दरोगा अपराध पर काम करने की बजाय थाने के करख़ास का काम करते है।