आचार संहिता उलंघन के नोटिस का नही दिया जबाब
Chandauli news: निर्वाचन के समय अधिकारी चुनाव आयोग(election cumishan) के दिशा निर्देश (guid line) में काम करते है। लेकिन यह शायद केवल कागजी कोरमपूर्ती ही है। तभी तो चुनाव आयोग के नोटिस को कोई गम्भीरता से नही लेता। जिसका जीता जागता प्रमाण खुद सत्ता दल के विधायक है। जिनके ऊपर चुनाव आयोग ने आचार संहिता उलंघन का नोटिस देते हुए जबाब तलब किया था। लेकिन विधायक इस नोटिस को गम्भीरता से नही लिए।
Allso reed: Chandauli news: अवैध रूप से चल रहे बोगा बन रहे दूसरों के मौत का कारण
पिछले दिन डीडीयू नगर के विधायक रमेश जायसवाल ने ( MLA Ramesh jaiswal) नगर के एक लान में वैश्य समाज के कुछ चंद लोंगो के साथ बैठक किया। निकाय चुनाव में लोंगो के यहां पहुंच रहे है और प्रत्याशी को जिताने के लिए गम्भीर है इस बात का संदेश देने के लिए उन्होंने अपने इस बैठक का बकायदे वीडियो रिकॉर्डिंग कराया। इस बैठक का चर्चा काफी दूर तक हो इनके लिए उनके ही कुछ लोग इसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सार्वजनिक कर दिये।
विधायक के इस वीडियो को विपक्ष हाथों हाथ लेकर जिलाप्रशासन को अवगत कराया। जो इस समय चुनाव आयोग के दिशा निर्देश में काम कर रही है। आयोग के अधीनस्थ नगर पंचायत एआरओ दिग्विजय सिंह ने मामले में गम्भीरता दिखाते हुए एक नोटिस विधायक को पकड़ाते हुए तीन दिन में जबाब देने के लिए कहा। समय बीत जाने के बाद विधायक ने उस नोटिस का जबाब नही दिया। बल्कि पांच दिन का अतिरिक्त समय बढ़ाने का मांग पत्राचार के माध्यम से कर दिए।
चुनाव आयोग के दिशा निर्देशन में भले ही प्रशासन काम कर रहा हो। लेकिन यह कार्यकाल आगामी 13 मई तक ही है। फिर यही प्रशासन सत्ता के अधीन कार्यरत हो जाएगी इसका अंदाजा लगाकर पांच दिवस की तिथि और बढ़ा दी गयी। ऐसे में अब विधायक नोटिस का जबाब अब 29 मई तक देंगे। जबकि चुनाव प्रचार 02 मई के शाम को थम जाएगा। विश्वसनीय सूत्रों व आयोग के स्कूटनिंग सदस्यों का मने तो विधायक के इस वीडियो पर उन्हें चुनाव प्रचार करने पर 5 दिन का रोक लग सकता है।