एल आईयू इंस्पेक्टर पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर मांगते है पैसा
एलआईयू विभाग के 3 अधीनस्थों ने लगाया आरोप
Chandauli news: जिले तैनात अभिसूचना इंस्पेक्टर पर विभाग के ही कर्मचारियों ने पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर पैसा वसूलने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। जिसकी जांच मुख्यालय से प्रारम्भ हुआ। इसके बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई। जबकि शिकायत करने वालों का गैर जनपद स्थानांतरित कर दिए गए।
इस समय जनपद के एलआईयू इंस्पेक्टर अपने कार्यो के प्रति चर्चा में है। एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे एलआईयू इंस्पेक्टर अमितोष त्रिपाठी हाफ पैंट पहने अपने कार्यालय में बैठते है। जबकि यह सर्विस नियमावली के विपरीत है। इस मामले में मुख्यालय स्तर से जांच शुरू हुआ। इसके साथ ही विभगीय अधीनस्थों ने पासपोर्ट के नाम पर पैसा वसूलने के दबाव बनाने का शिकायत किया था। जिसमे अधीनस्थों ने बताया कि पासपोर्ट के नाम पर यह 100₹ प्रति पासपोर्ट मांगते हुए दबाव बनाया की पासपोर्ट सत्यापन का कार्य बहुत ही मुश्किल से पुलिस अधीक्षक ने दिया है। इसलिए प्रति पासपोर्ट 100₹ चाहिए। जिसकी जांच उच्चाधिकारियों ने कराया। जिसमें कई अधीनस्थों का बयान भी दर्ज किया गया है। लेकिन अभी तक कार्यवाही के नाम पर मामला चल रहा
एलआईयू इंस्पेक्टर के खिलाफ एक महिला कांस्टेबल ने आरोप लगाते हुए कहा कि एलआइयू इंस्पेक्टर ने पैसा वसूलने के लिए दबाव बनाया। जब मना कर दिया गया तो यह उसे परेशान करने की नियत से कभी चकिया, तो कभी अलीनगर फिर एक माह में धानापुर भेज दिए। इसके साथ ही वह हॉफ पैंट में कार्यालय बैठने के दौरान बुलाते रहते है। अधीनस्थों के शिकायत व बयान पर उनके खिलाफ तो कोई कार्यवाही नही हुई। लेकिन उन सभी के खिलाफ विभागीय पत्राचार कर हर किसी का ट्रांसफर गैर जनपद करा दिया गया।
जबकि भ्रस्टाचार के मामले में जनपद में तैनात कई थाना प्रभारी अपनी कुर्सी से हाथ धो बैठे। उसमें सकलडीहा कोतवाली के नईबाजार चौकी इंचार्ज ने मछली ब्यवसाई की गाड़ी रोककर पैसा वसूल किये थे। जिसमें चौकी इंचार्ज को जहाँ जेल भेज दिया गया। जबकि लपरवाही का आरोप लगाकर इंस्पेक्टर अनिल पांडेय को लाइन में बुला लिया गया। यहाँ लिखित बयान के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही हो सका।