पीड़ित ने लगाई गुहार तो चुनाव का हवाला देकर कर दिए टाल मटोल, पुलिस ने लिया संज्ञान तो तमतमा गए एसडीएम
Chandauli news: जिलाप्रशासन सामान्य लोकसभा चुनाव में ब्यस्त है। ऐसे में पक्की पैमाइस, जमीनी विवाद आदि पर आगामी 04 जून तक लगभग कार्य स्थगित है कारण की सरकारी महकमा पूरे जी जान से चुनाव कार्य में लगा है। लेकिन इसमें कुछ ऐसे भी अधिकारी है जो इस मौके को अवसर में तब्दील कर दिए है।
कुछ ऐसा ही मामला शनिवार को मुगलसराय कोतवाली के ताहिरपुर का सामने आया। जहां के आराजी न. 59,60 व 61 पर जमीनी विवाद है। इस पर एक पक्ष के नीरज उपाध्याय ने एसडीएम कोर्ट में पक्की पैमाइश के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। धारा 24 पर न्यायालय द्वारा लोकसभा में ब्यस्तता बता कर पीड़ित को चुनाव बाद सुनवाई की बात कहते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
पीड़ित का आरोप है कि इसी बीच 08 मई को दूसरे पक्ष ने नायब तहसीलदार के यहां प्रार्थना पत्र दिया। जिसपर नायब तहसीलदार ने लेखपाल की टीम भेजकर सीमांकन करा दिया। लेखपालों के सीमांकन पर सहमति नही बनी। उस दिन पक्की पैमाइश की बात बतायी गयी। जिसपर लेखपाल की टीम ने मामला एसडीएम कोर्ट में होने की रिपोर्ट लगाकर सम्बंधित अधिकारी के यहां जमा कर दिए। अब इधर शनिवार के दिन जनपद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में पुलिस महकमा ब्यस्त रहा। उधर निर्वाचन का माकपोल कार्यक्रम चल रहा था। तब तक दूसरे पक्ष ने सैकड़ो की संख्या में मजदूर मिस्त्री लगाकर उक्त जमीन पर निर्माण शुरू कर दिया।
इसकी जानकारी जब पीड़ित पक्ष को हुआ तो उसने एसडीएम व नायब तहसीलदार से सम्पर्क किया। लेकिन दोनों अधिकारियों ने लेखपाल के सीमांकन को ही सही बताकर निर्माण कार्य पर रोक लगाने से मना कर दिया। एसडीएम व नायब तहसीलदार के ऐसे ब्यवहार से शसंकित नीरज उपाध्याय ने पुलिस से सम्पर्क किया। पुलिस मुख्यमंत्री कार्यक्रम में ब्यस्तता होने का हवला दिया। तब तक दूसरे पक्ष ने लगभग दो फिट दीवाल खड़ा करा दिया।
हालांकि डायल 112 को सूचना दिया गया। जिसके बाद पहुंची पेंथर ने कार्य रोकने के लिए कहा तो कब्जा कार्य में लगे ठेकेदार ने पेंथर की टीम से उलझ गया। पेंथर से उलझने व गाली गलौज की सूचना के बाद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से खाली हुई मुगलसराय की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस से भी कब्जाकर रहे लोंगो ने बदसलूकी किया। इसके बाद कार्य कराया रहे ठेकेदार व दो अन्य को पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद कार्य कर रहे मजदूर भाग खड़े हुए।
पुलिस के द्वारा पकड़ने जाने की जानकारी जैसे ही कब्जाधारी ने एसडीएम को दिया। एसडीएम पूरी तरह से सक्रिय हो गए। पुलिस सूत्रों की माने तो एसडीएम ने कब्जाधारी की जमीन होने की सिफारिश करते हुए पुलिस से छोडेजाने की पैरवी करने लगे। पुलिस ने भी धारा 24 के पैमाइश तक कार्य न कराये जाने का हवाला देते हुए सभी का 151 में चालान कर दिया।
इस सम्बंध में इंस्पेक्टर मुगलसराय का कहना है कि नीरज उपाध्याय ने जरिये डायल 112 पर जमीन कब्जा करने की सूचना दिए थे।। इसके बाद वह थाने पहुंचकर पक्की पैमाइश तक कार्य रोके जाने की सिफारिश किये । पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दर्जनों की संख्या में मजदूर मिस्त्री लगे थे। पेंथर ने जब कार्य रोकने के लिए कहा गया तो यह लोग बदसलूकी करने लगे। चुनाव का माहौल है शान्ति भंग में चलान किया गया है।
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