नहीं खुलती है चिरईगांव की पीएचसी
Chandauli news: जिले के अंतिम छोर पर स्थित ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा भी अंतिम पायदान वाली मिल रही है। कहने को तो यहां पीएचसी व सीएचसी के साथ साथ हेल्थ वेयरनेस सेंटर भी है। लेकिन केवल कागजों की कोरमपूर्ती के लिए ही है। यहां पर पर अधिकांश दिनों में यह स्वास्थ्य सेंटर बन्द ही रहता है। इसके कारण ग्रामीणों को ईलाज के झोला छाप डॉक्टरों के यहां जाना पड़ता है।
कर्मनाशा नदी के तटवर्ती इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए सैयदराजा विधायक सुशील सिंह के प्रयास से अस्पताल का निर्माण तो हो गया,स्वास्थ्य कर्मियों की अस्पताल पर तैनाती भी हो गई लेकिन आमजन को यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। अस्पताल पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों के न आने की शिकायत स्थानीय ग्रामीण विभागीय अधिकारियों सहित स्थानीय जन प्रतिनिधियों से करके थक गए हैं।
मंगलवार को दिन के 9.30 बजे तक अस्पताल पर ताला लटक रहा था। अस्पताल पर पहुंचे मृत्युंजय सिंह,संतविलास सिंह,सुमंत सिंह अन्ना,धर्मेन्द्र, शिवबच्चन सिंह,आत्मप्रकाश, जवाहर,योगेन्द्र सिंह द्वारा शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई। बताया कि अस्पताल पर चार कर्मचारियों की तैनाती है बावजूद अस्पताल वार्ड व्वाय के सहारे संचालित होता है।यदा कदा अन्य स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल पर आते हैं उपस्थिति बनाकर चले जाते हैं जिसको लेकर ग्रामीणों मे आक्रोश व्याप्त है।चेताया गया कि यदि स्वास्थ्य कर्मी अपनी आदतों मे सुधार नहीं ले आतें हैं तो आगामी दिनों मे यहां ग्रामीण अनिश्चित कालीन धरना के लिए बाध्य होगें।
इस सम्बंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाई के राय कहते हैं कि मामला संज्ञान मे आया है जांचकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।