एक सप्ताह चली जांच में पुलिस ने फिट बैठाई गोटी, दर्जी से लिखवाया दुकान में गिरी मिली मैडम की नोट
Chandauli news: तीन स्टार वाली मैडम के पैसे वसूलने के पैतरे की बात उजागर होने के मामले को डीजीपी कार्यालय ने संज्ञान लिया। इसके बाद तो एक सप्ताह तक इस मामले को नया मोड़ देने में पुलिस कोई कमी नही छोड़ी। अंततः अपने मंसूबे पर कामयाब हो गयी। दर्जी से पैसे वसूलने की बात को नया मोड़ देते हुए मामले का पटाक्षेप किया गया।
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03 जून को जिला मुख्यालय पर एक दर्ज़ी को अपनी फटी पैंट सिलने के लिए तीन स्टार वाली लेडी इंस्पेक्टर ने दिया। उनके पैंट को सिलने के बाद जब दर्ज़ी ने पैंट को वापस किया तो घर जाकर महिला इंस्पेक्टर ने दर्जी से पैंट में तीन हजार रुपये निकालने की बात कही। महिला इंस्पेक्टर के आरोप के बाद दर्जी व मास्टर ने पहले तो दुकान के अंदर खोज बिन शुरू किया। लेकिन आधा दर्जन से अधिक कारीगरों को नोट कहीं दूर दूर तक नही दिखा। उधर फोन पर मैडम दर्जी पर दबाव बनाना शुरू कर दीं। स्थिति यह हो गयी कि दर्जी मास्टर को दुकान पर पैसा देने के लिए विवश होना पड़ा। उधर पैसा लेने पहुंची मैडम से एक बार फिर से दर्जी व मास्टर ने जेब मे पैसा न होने की बात कही। लेकिन मैडम के तेवर सातवें आसमान पर था। दर्जी मास्टर ने 3000₹ अपने पास से दे दिया। जिसमे से मैडम ने 100₹ वापस यह कहकर किया कि शायद उसमें 2900 ₹ रहा।
दिन भर सिलाई करने के बाद 200₹ मजदूरी पाने वाला ट्रेलर मास्टर बिना वजह 2900₹ चले जाने पर मायूस था। इस खबर को newsplace.in ने 03जून की अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। मामले को डीजीपी मुख्यालय ने संज्ञान लिया। इधर एसपी चन्दौली ने सीओ सदर को जांच देकर 3 दिन में आख्या देने के लिए कहा। जांच आदेश सीओ सदर को मिलने के बाद तीन दिन में आख्या देने की बात कौन कहे साहब पूरी ऊर्जा लगाकर इस मामले को नया मोड़ देने में लग गए। सूत्रों की माने तो सीओ के ड्राइवर ने पहले दिन पहुंचकर दर्जी से सेटलमेंट करने की कोशिश किया। बात उस दिन नही बनी इसके बाद सीओ कार्यालय के एक हेडकांस्टेबल को लगाया गया। लगातार तीन दिन मनौअल के बाद बात 2900₹ वापसी पर किसी बन गयी। इसके बाद तो पुलिस को एक आधार मिल गया। सीओ कार्यालय में दर्जी मास्टर को बुलाया गया। इसके साहब ने अपने साहित्यिक भाषा के मकड़जाल में दर्जी को इस कदर बांधा की वह निकल नही पाया। बकायदा उससे यह लिखवाया गया कि दुकान में 2900₹ गिरे थे। जो दूसरे दिन साफ सफाई के दौरान मिला गया। पैसा मिलने की जानकारी मैडम को दी गयी। जिसके बाद मैडम अपने पैसे को आकार ले गयी और उसके पैसे को वापस कर दी।
क्या कहते है अधिकारी: पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि जांच करायी गयी। इसमें जनच अधिकारी ने जो आख्या दी। उसमें वसूली की नियत प्रथम दृष्टया सामने नही आया। यह एक मानवीय भूल हो सकती है। दोनों पक्ष सन्तुष्ट हो गए है। हालांकि महिला इंस्पेक्टर को चेतावनी दिया गया है ।