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सीएचसी भोगवारे का हाल: आठ में तीन डॉक्टर रहते है गायब

सप्ताह में एक दिन आती है महिला चिकित्सक

Chandauli news: शासन स्तर से जनपद में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए मेडीकल कालेज के स्थापना करा रही हो। लेकिन जनपद में संचालित सरकारी अस्पतालों की स्थिति काफी दयनीय है। यहां पर तैनात चिकित्सक अस्पताल आने की बजाय विभाग में अपनी सेटिंग फिट कर सप्ताह में एक या दो दिन आकर शेष दिन अपने निजी अस्पताल में समय दे रहे है।

मुगलसराय क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोगवारे का यही हाल है। जहाँ पर सुबह साढ़े दस बजे तक मात्र एक डॉक्टर ही मौजूद थे। बाहर खड़े मरीज काफी देर से डॉक्टरों का इंतजार कर रहे थे। सीएचसी पर कुल डॉक्टर और कर्मचारियों की संख्या 25 है। जिसमें एक चिकित्साधिक, एक महिला चिकित्सक, एक दंत चिकित्सक,03 चिकिस्तक व दो चिकित्सक जिन्हें कोविड चिकित्सक है। अस्पताल पर एक मात्र महिला चिकिस्तक के रूप में डॉ अमृता सिंह है जो सप्ताह में एक दिन ही यहाँ आती है। जबकि कोविड चिकिस्तक के रूप में तैनात डॉ प्रमोद व सोनम सप्ताह में के दिन आकर अपनी उपस्थिति बनाकर चले जाते है। कोविड के नाम पर तैनाती होने कारण जब चिकिस्तक नही आते तो उनके साथ विशेष रूप में लगे स्टाफ भी अस्पताल पर दर्शन नही देते।

जिसके कारण आये दिन मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि इस अस्पताल पर अल्ट्रासाउंड, पैथोलाजी की ब्यवस्था होने के बाद भी इसका लाभ मरीजों को नही मिल पा रहा है। गुरुवार को जब अस्पताल पर पहुंचकर जानकारी लिया गया तो यहां पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि आठ चिकिस्तक नियुक्त है। मौके पर केवल तीन लोग ही मिलते है। इसमे एक आंख व एक दंत चिकित्सक है।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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