गुड सिमेटेरियन योजना के तहत मिलेगा ईनाम, पुलिस नहीं करेगी परेशान
Chandauli news: सड़क पर दुर्घटना होने के बाद घायल के कराहने के बाद भी लोग पुलिसिया कार्यवाही की डर से पहले घायल को हॉस्पिटल नहीं पहुंचाते थे। उसके बाद सोशल मीडिया पर रील बनाकर सक्रियता दिखाने वालों की संख्या में अचानक से इजाफा हुआ है। ऐसे लोग दुर्घनाग्रस्त लोंगो की मदद करने के बजाय मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगते है। लेकिन घायल को अस्पताल नहीं पहुंचाते। मोटर दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। जिसे कम करने के लिए शासन ने गुड सिमेटेरियन योजना लाई है। इसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले ब्यक्ति को 5000₹ ईनाम के तौर पर देगी। इसके अलावा उक्त ब्यक्ति से पुलिस पूछताछ भी नहीं करेगी।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ सर्वेश गौतम ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाता है तो उसे पुलिस द्वारा उस व्यक्ति से पुलिस किसी भी प्रकार की पूछताछ नहीं करेगी। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने हेतु कोई भी आम नागरिक दुर्घटना की सूचना 108 या 112 पर कॉल करके दे सकता है। इसके अलावा मददगार ब्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तुरंत चिकित्सालय पहुंचता है तो उसे अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को पुरस्कार दिया जाता है। इस योजना के तहत, पुरस्कार की राशि 5,000 रुपये प्रति घटना है। यह दुर्घटना में घायलों की मदद करने वालों को कानूनी सुरक्षा देता है। इस कानून के तहत, मदद करने वालों को किसी भी तरह की कार्रवाई से सुरक्षा दी जाती है और उन्हें किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जा सकता।