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चाचा के पैसे को फिजूलखर्ची में उड़ाया , घरवालों से बचने के लिए बनाया फर्जी कहानी
पूर्व में भी एक युवक ने झूठी अपहरण की रची थी कहानी, जेल भेजकर पुलिस मानी
Chandauli news: “कर्जा लो, घी पियो और वसूली की बारी आए तो बट्टे खाते में डाल ” कुछ ऐसी ही स्थिति इस समय युवाओं की हो गयी है। जिसका परिणाम हुआ कि अब कर्जे चुकाने के लोए धोखाधड़ी करना शुरू कर दिया। यहां तक कि फर्जी अपहरण व लूट जैसे घटना का खाका तैयार करने लगे। फर्जी कहानी में परिजन व पुलिस दोनों को परेशान किया। अब पुलिस ऐसे लोंगो को (बुद्धि सुधार गृह) जेल भेज दिया।
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गुरुवार की रात्रि में मुगलसराय थाना के कुंडा गाँव के समीप ट्यूशन पढ़ा कर घर जा रहे निजी शिक्षक से 85 हजार रुपये लूट होने की सूचना डायल 112 हुयी। जिसके बाद मुगलसराय पुलिस हलकान हो गुई। वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जिले की क्राइम व सर्विलांस की टीम मौके पर पहुंच गयी। जब तक टीम मौके पर पहुंचती उंसके पहले हो पीड़ित को मुगलसराय इंस्पेक्टर पीड़ित के साथ घटना स्थल का मौका मुआयना करते हुए तहकीकात कर लिया।
परिजनों से लेकर पीड़ित से पुलिस के पूछताछ में असमंजस दिखा। जब हकीकत का पुलिस तहकीकात की तो पता चला कि 85 हजार रुपया एक महीने पहले वह खाते से निकाल लिया था। जिसका परिजनों को जानकारी ही नही थी। चैन छिनैती भी घटना में शामिल था। जबकि पुलिस ने पाया कि चैन पीड़ित के हाथ में ही था। न तो चैन की कुंडी खुली थी और न ही टूटी थी। इसके साथ ही चाकू से हमला किये जाने की बात पीड़ित ने पुलिस को बताया लेकिन पूरे शरीर पर नाखून का खरोच तक नही मिला। अन्ततः जब परिजन थाने आकर मामले का सच्चाई बताते हुए घटना फर्जी बताते हुए कोई कार्यवाही न करने की बात करने लगे। हलांकि लूट मामले में डीजी कार्यालय से पूछताछ शुरू हो गयी। अब इनको बुद्धि सुधार गृह भेजने की तैयारी शुरु हो गयी।
कुछ इस तरह का ही मामला 11 जनवरी को मुगलसराय कोतवाली में घटित हुई थी। जहां डायल 112 पर सूचना प्राप्त हुई कि शिवम कुमार जायसवाल पुत्र सियाराम जायसवाल निवासी रविनगर ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल धर्मशाला रोड कस्बा मुगलसराय से गायब है। कोई व्यक्ति ह्वाटसप चैटिंग के माध्यम से शिवम की बहन दीक्षा से 2.50 लाख रुपये की मांग किया। अपहरण की जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने मुगलसराय व सर्विलांस टीम को लगाया। जिसके बाद शिवम जायसवाल को टीम ने खोज निकाला।
इसके बाद जब पुलिस ने पूछताछ शुरू किया तो पता चला कि स्वयं अपने पिता द्वारा उसको दिए 7 लाख 60 हजार रूपये को शेयर मार्केट में इंट्रा-डे में पैसा डूब जाने व स्वयं के क्रेडिट कार्ड के बकाया को भुगतान करने में खर्च कर दिया है। पैसा का हिसाब घर वालो को न देना पड़े इसलिए शिवम फर्जी कहानी गढ़ने लगा कि उसका बदमाश अपहरण कर लिए है। इसके बाद पुलिस फर्जी कहानी गढ़ने तथा पुलिस को फर्जी सूचना देने के आरोप मु0अ0स0 21/2025 धारा-217,319,318 बीएनएस में अभियोग पंजीकृत करते हुए शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे का कहना है कि फर्जी सूचना देकर पुलिस को परेशान किया गया। जबकि घटना घटित ही नही हुआ था। ऐसे लोंगो के खिलाफ कार्यवाही तय है।