
अधिक उम्र में बच्चा प्लान की सोच भी नपुंसकता का कारण
चन्दौली। शराब की लत युवाओं के भविष्य को चौपट कर रहा है। यहाँ तक कि इसका अधिक समय तक सेवन नपुंसकता को दावत दे रहा है। वही महिलाओं में एक सोच शादी के दिनों को कुछ वर्ष तक मौज करना भी नपुंसकता को न्यौता दे रहा है।
ईशान स्पेशलिटी चन्दौली की प्रसूति स्त्री एवं नपुंसक रोग विशेषज्ञ डॉ रजनी चौरसिया ने बढ़ रहे नपुंसकता पर गहन अध्ययन किया। जिसमें उन्होंने पाया कि कम उम्र में शराब व ध्रूमपान की लत युवाओं को नपुंसकता का दावत दिया है। जबकि महिलाओं में उन्होंने पाया कि युवा पीढ़ी शादी के दिनों को काफी वर्ष तक इंजॉय करने के बाद बच्चा प्लान करने की सोच इस रोग को न्यौता दिया है। दोनों वर्ग की यह सोच व अनियमित दिनचर्या भविष्य को खतरे में डाल रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सब आदत न होने के बाद भी इस समस्या के रोगी बढ़े है।इसका मुख्य कारण है कि बच्चा पैदा न होने में इसका कारण महिलाओं को मान लिया जाता है। जबकि ऐसा नही है। इसमें पुरूष व महिला दोनों कारण हो सकते है। कई बार लोग महिलाओं का ईलाज कराने के लिये चिकित्सक के पास ले जाते है। लेकिन पुरुष को नही ले जाया जाता है। इससे रिजल्ट अच्छा नही मिला पता। फिर लोंगो को टेस्ट ट्यूब बेबी या फिर आईयूआई पद्धति पर निर्भर होना पड़ता है।
डॉ रजनी का मानना है कि ऐसी स्थिति में दोनों पक्ष का रूटीन जांच होना चाहिए। इस समस्या का समाधान दवा इंजेक्शन से सम्भव है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में अंडे का न बनना या फिर समय पर न फूटना,अधिक उम्र,अधिक तनाव,एंड्रोमेटीएसिस गर्भनलिका(फेलोपियन ट्यूब में रुकावट),हार्मोनल असंतुलन,थाइराइड, अंडाशय की सर्जरी कारण हो सकती है। जबकि पुरुषों में यौन संक्रमण, आनुवंशिक बीमारी,अत्यधिक तनाव, अधिक तापमान में काम करना,शुक्राणुओं की कमी, शराब का लंबे समय तक सेवन, अंडकोश में सूजन(वेरीकोसिल) की वजह से संतान प्राप्ति नही होती है।