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जब एसपी नही करेंगे हस्तक्षेप तब तक थाना प्रभारी नही लिखते एफआईआर

महिलाओं के साथ मारपीट पर भी महिला थाने भेज देते है थाना प्रभारी

Chandauli news: पुलिस अधीक्षक आम नागरिक को न्याय मिल सके इसके लिए भले ही शाम के चार बजे तक अपने दफ्तर में बैठकर फरियाद सुनें। लेकिन उनके थाना प्रभारी पूरी तरह से बेलगाम है। क्या मजाल जो फ़रियाद लेकर एक बार थाने पहुंचे और उनको न्याय मिल सके। अधिकांश थाना प्रभारी तो मुकदमा लिखने से इसकदर भागते है जैसे जीडी में जगह ही नही बचा हो। कुछ तक ऐसे भी जो महिला अपराध जैसे मामले में भी टहला देते है। महिलाओं को महिला थाने भेज दिया जाता है। इसके बाद पीड़ित महिला थाना व सम्बंधित थाने के बीच त्रिशंकु की तरह लटकता रहता है।

महिला के साथ मारपीट का वीडियो

कुछ ऐसा ही मामला चकिया क्षेत्र के पचफेड़िया गाँव का मामला है। जहां आपस के दो चहेरे भाईयों के  जमीन विवाद को राजस्व की टीम मौके पर जाकर चकरोड का सीमांकन कर दिया। सीमांकन के बाद किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न किये जाने का दिशा निर्देश दिया गया था। लेकिन पिछले सोमवार को एक पक्ष जबरदस्ती कब्जा करने लगा।  जब दूसरे पक्ष निर्मला ने इसका विरोध किया। इसपर महिलाओ के साथ कब्जधारियों ने जमकर मारपीट किया। इसके बाद चौकी से लेकर कोतवाली तक महिला को टहलाया जा रहा है।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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