सपा सांसद के साथ भाजपा राज्यसभा सदस्य व विधायकों ने विकास कार्य का किया समीक्षा
जिलाचिकित्सालय का छाया रहा मुद्दा, सीएमओ देते रहे सफाई
Chandauli news: सांसद की अध्यक्षता में होने वाली दिशा की बैठक में यह पहला मौका रहा जब पक्ष व विपक्ष एक साथ कुर्सी साझा किया। जिसका असर यह रहा कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारी को साइड लाइन में बैठना पड़ा। बैठक में सपा सांसद के अध्यक्षता पर विपक्ष ने अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर निशाना साधते रहे। अधिकारी सफाई देते रहे।
कलेक्ट्रेट सभागार में दिशा की बैठक सोमवार को हुआ। इसमें सपा सांसद वीरेंद्र सिंह, छोटेलाल खरवार के साथ साथ भाजपा के राज्यसभा सदस्य साधना सिंह अपने गृह जनपद में विकास कार्य की समीक्षा बैठक में पहुंच गयी। इसके अलावा सैयदराजा विधायक सुशील सिंह, चकियां विधायक कैलाश खरवार, डीडीयू नगर विधायक रमेश जायसवाल , जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ श्रीवास्तव व सभी प्रमुख व प्रतिनिधी पहुंचे थे। पक्ष विपक्ष दोनों जनप्रतिनिधियों के एक साथ उपस्थित होने पर मुख्य पंक्ति में जगह कम पड़ गया।
बैठक का सांसद पदेन अध्यक्ष होते है। सांसद के अध्यक्षता के बाद अधिकारी विकास कार्य का मॉडल सबके सामने रखे। इसके बाद तो आरोपो का बौछार शुरू हो गया। जिला चिकित्सालय में भ्रस्टाचार का मुद्दा हो या फिर मेडिकल कालेज के निर्माण में गुणवत्ता की बात इस पर जबाब शुरू हो गया।
विपक्ष की सक्रियता देखते हुए पक्ष के नेताओं ने भी अधिकारी लापरवाही बरत रहे है। राज्यसभा सांसद साधना सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हो रहे विकास कार्य काफी सुस्त गति से चल रहे हैं। इसके चलते सरकार की महत्वपूर्ण योजना का लोगों को लाभ नहीं मिल रहा हैं। भाजपा के विधायक रमेश जायसवाल ने कहा कि अफसरों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करने की जरूरत हैं। उन्होने स्वास्थ्य, शिक्षा और पंचायतीराज विभाग की योजना को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए अफसरों को सुझाव दिया।
सुशील सिंह ने कहा कि टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। उन्होने एक्सईएन सर्वेश सिन्हा की कार्यशैली पर भी निशाना साधा। 10 अक्टूबर तक सड़कों का गड्ढा भरने का निदेश है बावजूद अधिकारी लापरवाही बरत रहे है। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा, विधायक कैलाश खरवार, डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी आदित्य लांग्हे, सीडीओ एसएन श्रीवास्तव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।