गुमशुदा ब्यापारी ने पुलिस को बताया, बन्द कन्टेनर में रखे थे बदमाश
चंदौली। सकलडीहा ब्यापारी प्रेमशंकर रस्तोगी के बड़े पुत्र सुमित रस्तोगी के गुमशुदगी की कहानी उलझती जा रही है। पुलिस ने भले ही ब्यापारी को घर वालों को सुपुर्द कर दिया है। लेकिन उसके बयान पर पुलिस मंथन कर इस घटना को अंतिम अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश में लगी है।
सकलडीहा ब्यापारी सुमित आठ दिन के बाद पुलिस को बबुरी के मवैया गांव में आधी रात को मिला था। ब्यापारी के गुमशुदा होने पर ब्यापार मंडल ने अपना विरोध कारोबार को बन्द कर प्रकट किया था। यही नहीं इस घटना को लेकर आंदोलित ब्यापारी के जिलाध्यक्ष लक्ष्मीकांत अग्रहरि ने तो पुलिस उपाधीक्षक से भी कड़ी बहस की थी। मामले को पुलिस ने गम्भीरता से लिया। धरना के आठ घंटे बाद ही पुलिस को ब्यापारी मिल गया।
गुमशुदगी के इस रहस्य की सच्चाई जानने के लिए पुलिस की छह टीमें अपने साथ लगभग 20 घंटा तक साथ रखकर पूछताछ किया।पुलिस सूत्र की मानें तो ब्यापारी ने पूछताछ में कई बार कई बात बताया। उसने बताया कि अलीनगर तिराहे से ब्यापारी को कुछ लोंगो ने एक मालवाहक बन्द कन्टेनर में किडनैप कर लिए। उसे सात दी तक कन्टेनर में रखे। अब कन्टेनर में सात दिन तक कैसे रहा इसके लिए आस पास के मालवाहक कन्टेनर का तलाश शुरू कर दी ही।