निलंबन से पूर्व कई बार लेखपाल को जारी हो चुका है प्रतिकूल प्रविष्टि
निर्वाचन कार्य में जहां विभाग रहा हलकान, वही लेखपाल रहे बेपरवाह
Chandauli news: संगठन में ताकत होता है। यह किसी के साथ शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करता है। लेकिन आज सरकारी महकमा में संगठन अपने विभगीय अधिकारियों पर धौंस जमाने का काम करता है। ऐसा ही मामला सकलडीहा तहसील में देखने को मिल रहा है। जहां एक लेखपाल को एसडीएम द्वारा लगातार विभगीय कार्य में लापरवाही के अलावा चुनाव जैसे संवेदनशील कार्य में भी लापरवाह बने रहे। जिसपर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया।
निलंबन की जानकारी के बाद लेखपाल संघ आंदोलन का राह पकड़ लिया। हाथों पर काली पट्टी बांध धरना प्रदर्शन करने लगे। यह लोग अपने अधिकारी को यह निर्णय वापस लेने की मांग कर रहे थे। कारण की जिस लेखपाल पर कार्यवाही हुई है वह लेखपाल संघ का महामंत्री है।
विभागीय जानकारी के अनुसार प्रेमानन्द मौर्या महुआरी खास का लेखपाल है। जो संगठन में महामंत्री के रूप में पदाधिकारी है। जो विभागीय कार्य के बजाय संगठन को मजबूत करने में सबसे ज्यादा ऊर्जा खर्च करते है। जिसके कारण क्षेत्र से हमेशा शिकायत मिलती है। वरासत आदि के कार्य में लापरवाही, लगातार क्षेत्र से गायब रहने की शिकायत मिल रही थी। इसपर तहसीलदार के यहां से 16 मई 2023 को स्पस्टीकरण व एसडीएम के यहां से 22 जनवरी को कारण बताओ नोटिस जारी हो चुका है। वहीं लोकसभा चुनाव में कमीशनिंग (ईवीएम की तैयारी) में इनकी ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन चुनाव जैसे कार्य में अधिकांश समय अनुपस्थित रहे। मतगणना कार्य के दिन अनुपस्थित रहे। इनके स्थान पर नए लेखपाल को लगाकर कार्य पूर्ण किया गया। संगठन के नाम पर विभागीय कार्य में लापरवाह बने लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही हो गयी तो अब संगठन के नाम पर विरोध शुरू हो गया।
क्या कहते है अधिकारी: इस सम्बंध में एसडीएम सकलडीहा अनुपम मिश्रा का कहना है कि जिस कार्य के लिए नियुक्ति हुई वह महत्वपूर्ण है। उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही।