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बड़े बाबू से हो सेटिंग तो तीन दिन की छुट्टी लेकर 23 दिन तक भी कर सकते है मौज

बड़े बाबू से बना साँठगाँठ तो एसपी भी कर दिए माफ

Chandauli news: पुलिस अधीक्षक कार्यालय का लिपिक शाखा इन दिनों भ्रस्टाचार के आकंठ में डूबा हुआ है। यहां शासन स्तर से छुट्टी बन्द होने पैसे के बल पर छुट्टी पास कराने की पूरी गारंटी है। इसके साथ ही तीन दिन की छुट्टी लेकर 23 दिन बाद वापस आने वालों पर भी सहानुभूति रखी जाती है। हालांकि इस सहानुभूति के लिए चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है।

इसके अलावा तीन वर्ष जनपद में पूरा हो गया हो और गैर जिला स्थानांतरण न जाने वालों के लिए भी निर्धारित शुल्क है। वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा जांच के नाम पर फाइल खुल गया उसे बन्द कराने का अलग रेट निर्धारित है। यही नही बिना सुविधा शुल्क दिए गैर जनपद स्थानांतरण चले जाने वालों का करेक्टर रोल तब तक नही जाएगा जब तक चढ़ावा की राशि खुद या किसी माध्यम से बड़े बाबू के यहां न पहुंच जाय तब तकादा होना आम बात है। हाल ही में अभी जनपद से जौनपुर ट्रांसफर गए एक इंस्पेक्टर इसके भुक्तभोगी रहे। स्थिति यह रही कि पिछले दिनों साक्ष्य में आये इंस्पेक्टर ने बड़े बाबू के यहां पहुंचकर चढ़ावा चढ़ाए।

यही नही थाना कोतवाली चन्दौली में तैनात सिपाही वाजिद अली 24.11.23 को तीन दिवस अवकाश इंस्पेक्टर से लेकर घर गया। जो 22 दिन तक वापस नही आया। 18 दिसम्बर को वापसी होने पर एक जांच की फाइल खुल गयी। फिर क्या था बड़े बाबू से मिला वहां से रास्ता बन गया। स्थिति यह हो गयी कि बकायदे जबाब सवाल के बाद सहानुभूति पूर्वक 25 दिन का अवकाश जारी कर दिया गया।

इसके साथ ही बड़े बाबू कार्यालय में पीएससी आये एक सिपाही को अवैध रुप सम्बद्ध कराया गया है। जिसे गैर जनपद डांक बाटने के लिए लगाया गया है। इसके लिए बकायदे परिवहन शाखा से यूपी 67 जी 0295 मोटरसाइकिल आवंटित है। सूत्रों की माने तो यह वाहन बड़े बाबू आवास का शोभा बढ़ाती है। जबकि कागज पर यह प्रतिदिन किसी न किसी थाने पर डाक पहुंचाने का कार्य करती है। डाक पहुंचाने के नाम पर महीने में सैकड़ो लीटर पेट्रोल भी गाड़ी पी जाती है।

सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा चर्तुर्थ श्रेणी के कर्मचारी मुक्तेश मोहन को डुप्लीकेटिंग चालक के रुप में तैनात किया गया है। जबकि पुलिस कार्यालय में डुप्लीकेटिंग मशीन नदारत है। उक्त कर्मचारी पर बड़े बाबू मेहरबान है। यहां तक कि उसके उपस्थिति रजिस्टर पर स्वयं हस्ताक्षर बना देते है।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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