अस्पताल के बाहर खुले पैथोलॉजी सेंटरों की कट रही चांदी
Chandauli news: जिला अस्पताल की बायोमैट्रिक मशीन पिछले तीन पखवारे से खराब है। मशीन खराब होने की सूचना खून जाँच काउंटर पर चस्पा दी गयी है। अब यहाँ इलाज कराने बालो को निजी पैथोलॉजी सेंटर पर जाकर खून का जाँच कराना पड़ रहा है। जहाँ निःशुल्क में जाँच होती थी अब उसी जांच के लिए हजारों रुपाया ख़र्च करना पड़ रहा है। जिससे निजी पैथोलॉजी सेंटरो की चांदी कट रही है।
एक तरफ सरकार गरीबो का पांच लाख रुपये इलाज में खर्च कर रही है। वही दूसरीतरफ जिलाचिकित्सालय की स्थिति यह है कि यहाँ के ब्लड जांच की मशीन पिछले 25 दिनों से बन्द पडा है। जिसकी वजह से मरीजो को प्राइवेट में जांच कराना मजबूरी बन गयो है। निजी पैथोलॉजी सेंटरो में एलएफटी, केएफटी के अलावा मलेरिया व टाइफाइड की जांच भी नही हो रही है। आये दिन डेंगू व टाइफाइड के मरीज मिल रहे है।
एक सप्ताह से अधिक का लग सकता है समय
जिला चिकित्सालय में खून की जांच खराब मशीन की वजह से नहीं हो पा रही है । जिसके विषय में सीएमएस डॉ उर्मिला सिंह ने कहा कि बजट अभाव में यह मशीन बंद पड़ी हुई है। इसे बनवाने में लगभग 22000 से ऊपर का खर्चा है। जिसे जैम पोर्टल से मरम्मत कराना है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मैनुअल जांच किया जा रहा है।