72 घण्टे का हड़ताल 62घण्टे में समाप्त
विशेष संवाद लखनऊ। विद्युत कर्मचारियों के 72 घंटे की हड़ताल सरकार के सख्ती के बाद 62 घंटे में ही समाप्त हो गया। इसकी औपचारिक घोषणा संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने ऊर्जा मंत्री के साथ मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए किया। उन्होंने इसका श्रेय ऊर्जा मंत्री को देते हुए कहा कि उनकी सभी मांग सरकार मानने का भरोसा दिया है। जबकि सरकार ने पूरे प्रदेश में 250 से अधिक लोंगो पर एफआईआर दर्ज कराया है।
विद्युत कर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद शासन ने समस्त जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान को निर्देश दिया था कि विद्युत आपूर्ति किसी भी स्थिति में ठप नहीं होना चाहिए। जनपद स्तरीय अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में लेखपाल व अन्य अधिकारियों को इस कार्य में लगा दिया था। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस फोर्स उप केंद्रों पर ड्यूटी दे रही थी। जबकि नोडल के रूप में लगाए गए अधिकारी गांव स्तर पर अपनी निगाह रखे हुए थे । जिसमें आपूर्ति को ठप करने की योजना में 250 से अधिक लोंगो पर एफआईआर किया गया है। वहीं सरकार संगठन के लोंगो से बराबर वार्ता कर ही थी। रविवार को संघर्ष समिति के संयोजक ने हड़ताल वापस लेते हुए कहा कि उच्च न्यायालय के सम्मान में एवं सरकार से सफल वार्ता के बाद 72 घण्टे से पूर्व ही हड़ताल वापस लिया जाता है। सभी विद्युत कर्मी अपने कार्य पर वापस होंगे।