कांस्टेबल के स्तर बिहीन करतूत से दागदार होती रही खाकी
Chandauli police news: बालू तश्करों से पैसा वसूली के मामले में एक सिपाही का तश्करों के साथ मारपीट का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच का आदेश जारी कर दिया। यह मारपीट इतनी मात्रा ₹ 40 के छोटी राशि के लिए हुआ। इस तरह की घटना खाकी की साख पर बट्टा लगा दिया। लेकिन यह पहली घटना नही जिससे खाकी दागदार हुई। बल्कि एक से अधिक ऐसे मामले इनके द्वारा किए गए है । जिससे खाकी शर्मशार व दागदार हुई है। लेकिन इसके बाद भी ऐसे लोंगो को विभाग अपने पारिवारिक सदस्य का हिस्सा बनाये हुए है।
यह कांस्टेबल सदर कोतवाली से पूर्व जनपद के विभिन्न थानों में तैनात रहा। विभगीय सूत्रों की माने तो पूर्व सरकार में यह कांस्टेबल सैयदराजा थाने पर तैनात रहा। जहा एसएचओ का सबसे खास ब्यक्ति रहा। सैयदराजा में कारखास रहे कांस्टेबल ने गौ तश्करी से लेकर शराब तश्करों से सीधा सम्बन्ध था। उन विभागों वसूली में इस कदर पैसे की हवस चढ़ा की स्थानीय दुकानदारों को भी रडार पर लेना शुरू कर दिया। हालांकि ब्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल तत्कालीन एसपी से मिलकर शिकायत किया। जिसके बाद वहां से शिकायतन हटा दिया गया। सूत्रों की माने तो जब अधिकारी इसका पीछा शुरू किए तब यह जीआरपी में पोस्टिंग कराकर भग लिए। कुछ दिन के बाद पुनः जिले में पोस्टिंग हो गयी।
मुगलसराय में पोस्टिंग के दौरान स्तर बिहीन जो कार्य इसने शुरू किया। उसका साक्ष्य देखने के बाद अधिकारी हतप्रभ हो गए। हुआ यह कि गला मंडी व खोवा मंडी में दुकानदारों के सीएफएल रात्रि में गयाब होने लगे। दुकानदार इस तरह की छोटी चोरी से परेशान हो गए। तब तक एक प्रतिष्टित दुकान जो वर्तमान समय में बंद है। वहां सीसीटीवी लगा हुआ था। जिसमें खाकी वर्दी में पहुंचे एक ब्यक्ति ने उस दुकान के बल्ब को निकाल लिया यह पूरी वारदात सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गयी।
दूसरे दिन जब दुकान खुला तो बल्ब चोरी होने की जनकारी हुई। सीसीटीवी फुटेज को लेकर ब्यापारी अधिकारियों से मिलकर शिकायत किये। उसमें अधिकारियों ने कार्यवाही के नाम पर जांच टीम तो बनाई लेकिन जांच टीम ने पूरे मामले में होमगार्ड के ऊपर बताकर अपना पल्ला झाड़ लिए। हालांकि उस दौरान उंक्त सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया।
सूत्रों की माने तो सदर कोतवाली में तैनाती के दौरान रेलवे ओवर ब्रिज के पास सब्जी की दुकान लगाने वालों से इसने सलाद के नाम पर खीरा व मूली व नीबू की वसूली करने लगा। एक दो दिन तक सब्जी विक्रेता उनके इस अंदाज को झेल लिए। लेकिन लगातार यह दिन चर्या में शामिल हो गया। इस बात को लेकर एक दो दुकानदारो ने बहस हो गया। जिसका वीडियो दुकानदारों ने बना लिया। हालांकि विभागीय हस्तक्षेप से मामला उच्च स्तर तक नहीं पहुंचा। अब एक बार फिर से कांस्टेबल के करतूत से खाकी दागदार हुआ है। उसी तरह से एक बार फिर जांच के लिए अधिकारी नामित हो गए है।