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प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने प्रभु के दर्शन पाने को बेकाबू हुई भीड़

मंदिर परिसर में खुद एडीजी कानून प्रशांत कुमार ने संभाली कमान

Ayodhya news: पांच सौ वर्ष बाद भगवान राम धरा धाम पर बने अपने नूतन नवीन व आकर्षक घर में प्रवेश कर गए। इस मनोहारी छवि का दर्शन कर अपने आप को तथा भगवान राम मंदिर के आस में अपने पूर्वजों को जो इस धरा धाम से बैकुंठ चले गए उन सभी की आत्मा को तृप्त करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। भीड़ इस कदर भगवान की मनोहारी छवि को निहारने के लिए उमड़ी की पहले से सुरक्षा ब्यवस्था में लगे offisars के हाथ पांव फूल गए। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए खुद एडीजी कानून ब्यवस्था प्रशांत कुमार को सुरक्षा ब्यवस्था में लगे कर्मियों के साथ खडा होना पड़ा।

भगवान राम मंदिर में सुरक्षा ब्यवस्था में लगे एडीजी कानून ब्यवस्था प्रशान्त कुमार व आईजी प्रवीण कुमार

प्रधानमंत्री ने खुद 22 जनवरी के दिन अयोध्या में न आने की जनता से अपील किए थे। लेकिन लगभग 09वीं पीढ़ी से अपने आराध्य को बिना घर का इंतजार खईये लोग अपने आप को रोक नही पाए। 22 जनवरी के दिन वीवीआइपी अतिथितियों के कारण जगह जगह आस्थाई आशियाना बना कर इस दर्शन के आस में रुकी जनमानस सुरक्षा ब्यवस्था के चक्रव्यूह को तोड़ते हुए अपने राम का दर्शन पाने के लिए मंदिर तक पहुंच गई।

आस्थावानों के इस उत्साह पर प्रशासन भी नतमस्तक रहा। एक दूसरे को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो अनियंत्रित भीड़ में कोई अनहोनी न होने पाए इसके लिए सुरक्षा कर्मी जल्द दे जल्द दर्शन करने वालों को बाहर निकालने में पसीने बहा रही थी। मंगलवार के दिन भीड़ को देखते हुए ड्यूटी में बाहर से मांगी गयी सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी आगामी 25 जनवरी तक बढ़ा दी गयी।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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