चुनाव आयोग प्रचार पर लगा सकता है एक सप्ताह का रोक
Chanduli news: निकाय चुनाव( nikay chunav) के मतदान की तिथि जैसे जैसे नजदीक आ रही वैसे वैसे प्रत्याशियों की धड़कन तेज हो रही है। पूरे जी जान से अपने आप को इस समय प्रत्यशी चुनाव प्रचार में लगा दिए है। तेज धूप में कभी घर से बाहर न निकलने वाले इस 43 डिग्री तापमान में भी पैदल चलकर मतदाताओं के चौखट तक दस्तक दे रहे। वहीं पार्टी स्तर पर भी अपने प्रत्याशियों के जीत का सेहरा बांधने के लिए योजना बन रही है।
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प्रदेश स्तर पर सबकी जिम्मेदारी तय हो गयी है। कौन कहा और किस क्षेत्र में जाएगा। किस व्यक्ति को कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी यह सब तय हो गया है। उसमें सदर विधायक रमेश जयसवाल(M L A Rames jaysaval) का अपने वैश्य समाज के साथ शपथ दिलाने का वीडियो वायरल हो गया।यह जानबूझ के किसी दूसरे लोंगो ने नही बल्कि वीडियो विधायक अपने लोंगो से बनवाते नजर आ रहे है। विधायक भी इस बात से अनभिज्ञ नही की यह वीडियो चुनाव आचार संहिता के खिलाफ है।क्योंकि किसी ब्यक्ति या एक समाज विशेष को किसी पार्टी या प्रत्याशी के लिए बाध्य नही किया जा सकता।
ऐसा भी नही की सदर विधायक का यह पहला चुनाव रहा है। जिसमे अनुभव की कमी होसके। इसके पूर्व खुद उनकी पत्नी मुगलसराय नगर पालिका की चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनी है। पार्टी के अंदर खाने में इसकी चर्चा जोर पकड़ ली है। कहीं विधायक इस चुनाव से दूरी बनाने की योजना में तो नही? इसकी वजह कहीं उनके ही समाज के दो प्रत्याशियों के चुनाव मैदान होना तो नहीं। सूत्रों की माने तो विधायक ने जिसकी दावेदारी पर मुहर लगाया था शायद उन्हें पार्टी हाईकमान ने रिजेक्ट कर दिया था इसकी वजह तो नही।
आचार संहिता उलंघन में हो सकती है यह कार्यवाही:
चुनाव अधिकारियों की मानें तो वीडियो का आयोग ने संज्ञान लेकर कार्यवाही किया तो विधायक को एक सप्ताह के लिए चुनाव प्रचार से रोक का दंड दिया जा सकता है। जबकि चुनाव में अब कुल दस दिन का समय बचा है। 2 मई के शाम में चुनाव प्रचार पर रोक लग जायेगा।