श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मना बलिदान दिवस
Chandauli news: देश की अखंडता के लिए व स्वाभिभान के लिए डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया। उंक्त बातें रविवार को भदाहुँ गांव के रामजानकी कुटिया पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस पर सैयदराजा विधायक सुशील ने कहा। कार्यक्रम का शुभारंभ तैल चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
विधायक sushil singh ने कहा कि देश की एकता,अखंडता व स्वाभिमान के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले जनसंघ के संस्थापक डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करने की जरूरत है। उन्होंने एक निशान, एक विधान,एक प्रधान का नारा देकर जम्मू कश्मीर को देश का अभिन्न अंग बनाने के संघर्ष में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने पश्चिम बंगाल को भारत का हिस्सा बनाए रखने की वैचारिक व व्यावहारिक लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।संविधान सभा के सदस्य के रूप में उन्होंने भाषा व संस्कृति संबंधी परिवर्तनकारी सुझाव दिए थे।उन्होंने जनसंघ की स्थापना से देशवासियों को वैकल्पिक विचार दिया।
भारतीय संस्कृति का यह नक्षत्र हमेशा दैदीप्यमान रहकर भावी पीढ़ियों को राष्ट्र प्रथम के पथ पर दिशा दिखाता रहेगा।उन्होंने कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए व्यापक आंदोलन किया था।राष्ट्र की सुरक्षा के लिए उन्हें अपने प्राण त्यागने पड़े। मां भारती को सेवा के लिए वह सदैव याद किए जायेंगे।आज उनकी सोच को याद कर देश की एकता अखंडता को बनाए रखने के लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है। इस मौके पर सत्यवान मौर्या,रामेश्वर सिंह, उदयभान पांडेय, सुरेश मौर्या, शेषनाथ मौर्या, राजेश सिंह , प्रवीण सिंह, उमाशंकर गोंड, त्रिभुवन सिंह,अवधेश सिंह, बलवंत सिंह, शमशेर सिंह, सुदर्शन बिंद, सर्वेश सिंह आदि रहे।