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आयुर्वेद की शल्य पद्धति से बाबासीर का ईलाज

बालाजी क्षार क्लिनिक का क्षेत्रीय अधिकारी ने किया शुभारम्भ

Chandauli news: बाबासीर बीमारी का ईलाज एक मात्र आयुर्वेद ही। आयुर्वेद की शल्य विधि इस बीमारी को जड़ से ठीक कर सकता है। उक्त बातें मंगलवार को मुगलसराय में बालाजी स्पेशियलिटी क्लिनिक का उद्घाटन करते समय क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा भावना द्विवेदी ने कहा। उन्होंने कहा कि एलोपैथ से हर बीमारी का ईलाज सम्भव है लेकिन बाबासीर व भगन्दर का ईलाज बहुत ज्यादा कारगर नही है। वह कुछ समय के लिए आराम दे सकता है लेकिन इस बीमारी का जड़ से ईलाज सम्भव नही है।

गुदरोग शल्यक (सर्जन) डा आनंद विद्यार्थी ने बताया कि आयुर्वेद की शल्य चिकित्सा विधा में महर्षि सुश्रुत द्वारा स्थापित भगंदर व बवासीर आदि गुदरोगों में क्षारसूत्र विधि द्वारा शल्य क्रिया किये जाने से अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। जो आधुनिक शल्य चिकित्सा से बहुत उच्चस्तरीय हैं। सबसे पहले तो डॉक्टर आनन्द विद्यार्थी ने इस रोग के पनपने का सबसे मुख्य कारण आज के दूषित आहार को बताया। इसके साथ ही कुछ लोंगो में यह आनुवंशिक बीमारी होने भी मुख्य कारण बताया है। उन्होंने कहा कि खानपान व जीवन शैली में सुधार कर बचा जा सकता है। डा भावना द्विवेदी ने बताया कि इस विधा में डा विद्यार्थी का 35 वर्षों का अनुभव है। जिसका लाभ चंदौली की जनता को अवश्य प्राप्त होगा। इस मौके पर नीमा चंदौली के अध्यक्ष डा एसके यादव, सचिव डा आरके शर्मा, डा ओपी सिंह, डा भरत जायसवाल, डा अनिल यादव, डा विनय वर्मा, अरुण अग्रवाल, रतन श्रीवास्तव सहित अन्य उपस्थित थे।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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