याचना नही अब रण होगा… साधना को बना दिया उच्च सदन का सदस्य
राज्य सभा सांसद का पार्टी कार्यालय में स्वागत समारोह भी दिखा तेवर
Chandaui news: भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उच्च सदन की सदस्य निर्वाचित होने के बाद जनपद आगमन पर कार्यकर्ताओं व समर्थकों का सम्मान पाकर गदगद राज्य सभा सांसद सिंह कई बार भावुक हो गयी। इसके बाद भाजपा कार्यालय पर स्वागत समारोह के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओ के सम्बोधन में पार्टी के उच्च पदस्थ लोंगो को भी आड़े हाथ लिया।
राज्य सभा सांसद साधना सिंह अपने तेवर व जुझारूपन के लिए जानी जाती है। साधना का एक नारा कफाई चर्चा में रहा है। वह हमेशा कहती थी याचना नही अब रण होगा, सग्राम भीषण होगा।पार्टी से मुगलसराय विधानसभा का विधायक होने के बाद जब उनका दूसरी बार में टिकट कटा जिसका मलाल रहा। पार्टी से टिकट कटने के बाद जनपद स्तर पर की पार्टी की गुटबाजी ने इस कदर नजर अंदाज करना शुरू कर दिया कि पूर्व विधायक ने पार्टी कार्यालय की तरफ रुख करना भी बन्द कर दिया।
इस बात का दर्द बुधवार को स्वागत समारोह के बाद कार्यकर्ता सम्बोधन में राज्यसभा सांसद ने उस समय साझा किया जब उनके सामने संगठन के नए पदाधिकारियों का नाम लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे पदाधिकारी है जिनका नाम नही पता है। इसमें उनकी गलती से ज्यादा संगठन की है। क्योंकि यह लोग कभी उचित नही समझे। उन्होंने कहा यह भारतीय जनता पार्टी है कब किसको फर्श से अर्श तक पहुंचा देगी इसका भनक भी नही लगेगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी में पद किसी की जागीर नही जो वतर्मान है वह निर्वतमान भी होगा। उन्होंने कहा कि अपना काम मेहनत व ईमानदारी से करने की जरूरत है और जब लगे कि उनके कार्यों का नजर अंदाज किया जा रहा है तो उसके लिए याचना नही बल्कि रण करने की भी जरूरत है। राज्य सभा निर्वाचित होने के बाद प्रथम आगमन पर बाबतपुर से समर्थकों का काफिला साधना के साथ हुआ। जगह जगह पर ढोल नगाड़ा के साथ उत्साह के साथ स्वागत समारोह किया गया।
वाराणसी से मुगलसराय फिर बबुरी होते हुए काफिला पार्टी कार्यालय पहुंचा। जहां सैयदराजा विधायक सुशील सिंह, चकिया विधायक कैलाश खरवार के साथ साथ जिलापंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा, प्रमुख सकलडीहा अवधेश सिंह, धानापुर प्रमुख अजय सिंह, महेंद्र सिंह, सुड्डू सिंह, अरुण जायसवाल के अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने राज्यसभा सांसद का स्वागत किया।