आयुर्वेद शिक्षा के जनक की मनी जयन्ति
हरिओम हॉस्पिटल में मनाया गया चिकित्सा जगत के जनक
Chandauli news: आयुर्वेद जगत के जनक व आरोग्य के देवता धनवंतरी जी के प्राकट्य दिवस व धनतेरस विधिविधान से मनाया गया। अयोग्य भारती संस्था की तरफ से हरिओम हॉस्पिटल पर कार्यक्रम के रूप में धनवंतरी का प्राकट्य दिवस मनाया गया। भगवान धनवंतरी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलन कर आरोग्य भारती चंदौली के जिला कोषाध्यक्ष डा. विवेक सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इसके बाद आरोग्य भारती चंदौली के जिला अध्यक्ष डा.शशिकांत मिश्रा ने भगवान धनवंतरी का स्तवन पाठ किया। इसके बाद उपस्थित जनसमुदाय को आयुर्वेद की उतपत्ति के विषय में बताया। डा शशिकांत मिश्रा ने कहा कि आज भगवान धनवंतरी का प्राकट्योत्सव है। हम सभी अपने जीवन को स्वस्थ्य तथा दीर्घकालिक तभी बना सकते हैं। जब हम निरोग रहेंगे ऐसे में सभी को अपने शुद्ध खान पान तथा योग व्यायाम पर ध्यान देना पड़ेगा।
डा. विवेक सिंह ने कहा कि मनुष्य के शरीर में वात, पित्त और विकार से शरीर की मशीनरी संचालित होती है। इसमें किसी एक बढ़ना या घटना रोग का रूप लेता है। जिसे संतुलित करने का कार्य आयुर्वेद करता है। आयुर्वेद की ईलाज पद्धति इन फार्मूलों पर कार्य करती है। चरक ऋषि महान चिकित्सक थे। आज भी आयुर्वेद। सफल ईलाज है। हरिओम हॉस्पिटल की प्रबंधक डा. ममता राय ने उपस्थित सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मिष्ठान वितरण किया।