आरपीएफ कर्मचारी प्रमोद के पीठ पर कलछे का मिला निशान
ट्रेन से शराब तश्करी में आरपीएफ जीआरपी के अलावा ट्रेन कर्मचारियों का भी योगदान
Chandauli news: डीडीयू नगर स्टेशन व मानस यार्ड में तैनात दो आरपीएफ कांस्टेबल का शव गहमर स्टेशन के समीप नग्नावस्था में पटरी किनारे झाड़ी में मिला था। जिसके बाद उन कर्मचारियों के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए विभाग ने क्राइम ब्रांच के अलावा एसटीएफ को लगाया गया। जिसका परिणाम रहा कि एसटीएफ ने एक तश्कर को मुठभेड़ में घायल करते हुए चार को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद ही मामले को ठंडे बस्ते में विभाग डाल देगा या इसपर आगे और लोंगो पर कार्यवाही होगी यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
विभागीय जानकारों का कहना है कि घटना के बाद जब गाजीपुर की क्राइम ब्रांच ने घटना स्थल से का बीटीएस मिलान किया तो उस दिन 5000 मोबाइल नम्बर सक्रिय मिले। ये सभी में से जांच करते करते 150 लोंगो को चिह्नित किया गया। जो ट्रेन से शराब तश्करी करने के लिए यात्रा किये। इन सभी पर जब पुलिस जांच की तो एक दर्जन आरपीएफ व जीआरपी कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने लगी। आपा धापी में तश्करों को पकड़कर मामले का खुलासा तो कर दिया गया। लेकिन उन 150 तश्करों के साथ साथ इस कार्य में संलिप्त लोंगो के जड़ तक पहुंचेगे या फिर मामला ठंडे बस्ते में चल जाएगा।
विभागीय जानकारों का कहना है कि इसमें तश्करों के अलावा ट्रेन कर्मचारियों का भी बड़े पैमाने में संलिप्तता है। जिस हिसाब से प्रमोद के शरीर पर घाव के निशान मिले है। उससे यह स्पस्ट हो रहा है कि रेलकर्मचारियों की पिटाई पेंट्रीकार के डिब्बे में हुआ है। क्योंकि प्रमोद के पीठ पर कलछे से प्रहार करने का निशान मिला है।